Rajasthan : महंगाई के खिलाफ बोलने से डरने वाले मंत्रियों को डोटासरा ने हड़काया।
कांग्रेस के महंगाई विरोधी धरने में गहलोत सरकार के कई मंत्रियों ने भाषण देने से कन्नी काट ली। धरने में आधा दर्जन से ज्यादा मंत्री मौजूद थे, लेकिन भाषण तीन मंत्रियों ने ही दिए। यह बात कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को नागवार गुजरी। उन्होंने ऐसे मंत्रियों को सार्वजनिक रूप से जमकर फटकारा। कहा- जिस तरह महंगाई बढ़ रही है। आम आदमी परेशान है। उसमें हम सबकी जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है। कई मंत्रियों से मैंने कहा कि भाषण दीजिए तो अंगुली हिलाने लग गए (मना करने लग गए)। यह अंगुली हिलाने का समय नहीं है। हमें मुखर होकर मोदी सरकार का विरोध करना होगा। कोई इनकम टैक्स का छापा नहीं पड़ रहा है। मोदी सब पर छापा नहीं डाल रहे हैं। कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।
जयपुर में धरना
गुरुवार को जयपुर के सिविल लाइंस फाटक पर कांग्रेस का धरना चल रहा था। महंगाई के विरोध में शुरू हुए इस धरने में गहलोत सरकार के कई मंत्री भी पहुंचे थे। कुछ मंत्रियों ने जब भाषण देने से मना कर दिया तो डोटासरा बरस पड़े। उन्होंने कहा- यह राजस्थान की सरकार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के आधार पर बनी है, जिसे जब भी मौका मिले बोलिए। गांव में बोलिए, सड़कों पर बोलिए, प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बोलिए। यह क्या बात हुई? जोश होना चाहिए। आज आम आदमी पिस रहा है। आज गरीब सुसाइड कर रहा है। हम अंगुली हिलाएंगे (बोलने से इनकार करेंगे) तो हम हमारी जिम्मेदारी से भागने की चेष्टा करेंगे। जिम्मेदारी से भागने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए खरी-खरी सुनाई।
मैं RSS के खिलाफ बोलता रहूंगा
डोटासरा यहीं नहीं रुके। कहा- जहां 100 बुलाए, वहां 500 लोग लेकर आइए। तब तो मानेंगे कि आप और हम लोग राहुल गांधी-सोनिया गांधी के नेतृत्व में मोदी सरकार को हटाना चाहते हैं। जब 2024 में हम मोदी सरकार को हटाने की बात कर रहे हैं तो संघर्ष करना पड़ेगा। आज महंगाई, किसानों की समस्याएं, बेरोजगारी जैसे बड़े मुद्दे हैं। इन मुद्दों पर बात करनी पड़ेगी। ऐसा समय लाना पड़ेगा कि लोग कहें कि मुझे बोलना था। बोलने का समय क्यों नहीं दिया। तब मोदी राज को हटाने में कामयाब होंगे। मैं RSS के खिलाफ बोलता हूं और बोलता रहूंगा। RSS के लोग कभी चुनाव नहीं लड़ते हैं। भाजपा के लोग चुनाव लड़ते हैं। RSS के लोग भाजपा सरकार बनने के बाद पर्दे के पीछे राज करने की कुचेष्टा करते हैं। देश में माहौल गंदा करते हैं। अगर हम अब नहीं बोलेंगे, तो कभी नहीं बोलेंगे।
आने वाली पीढ़ी माफ नहीं करेगी
डोटासरा ने कहा- जब तक सांस है और शरीर में खून का एक-एक कतरा है, तब तक मोदी सरकार के खिलाफ संघर्ष नहीं किया, लड़ाई नहीं लड़ी तो देश का इतिहास और आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। मैं आप सबसे रिक्वेस्ट करना चाहता हूं। सब कार्यकर्ता नेता आए उसका धन्यवाद, लेकिन हमें और ज्यादा संघर्ष करने की आवश्यकता है। गांव, ढाणी, मोहल्ले से लेकर हम जहां भी जाएं, महंगाई मुक्त भारत अभियान पर बोलना होगा। लोगों के सामने अपनी बात रखनी पड़ेगी।
मंत्रियों को फटकारने के सियासी मायने
डोटासरा के भाषण के बाद धरना खत्म हो गया। जाते वक्त पायलट डोटासरा की पीठ थपथपाते दिखे। धरने में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव ने ही भाषण दिए। मंत्री महेश जोशी, हेमाराम चौधरी, भंवरसिंह भाटी, रामलाल जाट सहित कई बोर्ड-आयोगों के अध्यक्ष मौजूद थे। डोटासरा ने मंत्रियों को जिस अंदाज में फटकारा उसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। डोटासरा की आक्रामकता ने कई सवाल छोड़े हैं।
धरने में गहलोत नहीं आए, पायलट पूरे समय रहे
कांग्रेस के महंगाई के खिलाफ धरने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर में होने के बावजूद नहीं आए। सीएम का पहले धरने में आने का कार्यक्रम था, लेकिन बाद में कैंसिल कर दिया गया। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पूरे समय धरने में मौजूद रहे। पायलट ने डोटासरा से पहले धरने को संबोधित किया।