Rajasthan : तो ऐसा है राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी का संस्कारी बेटा।

तो ऐसा है राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी का संस्कारी बेटा।
पत्नी के होते हुए अन्य महिला के साथ लिव इन में रहने और संबंध बनाने की बात संस्कारी बेटे रोहित जोशी ने स्वीकारी।
कानूनी शिकंजे में फंसे सभी कांग्रेसी विधायकों को सीएम अशोक गहलोत ने क्लीन चिट दी।
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जयपुर की 23 वर्षीय महिला पत्रकार ने जब राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी के पुत्र और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य महेश जोशी पर दिल्ली में बलात्कार की एफआईआर दर्ज करवाई तो महेश जोशी ने कहा कि उनका बेटा बहुत संस्कारी है, इसलिए वह बलात्कार जैसे कृत्य कर ही नहीं सकता। लेकिन अब रोहित जोशी ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका प्रस्तुत कर पुलिस की एफआईआर को रद्द करने की मांग की है। इस याचिका में रोहित ने महिला पत्रकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए स्वीकार किया है कि वह अपनी पत्नी के होते हुए अन्य महिला के साथ लिव-इन में रहा। महेश जोशी ने अपने जिस बेटे को संस्कारी बताया, उसी ने स्वीकार किया है कि लिव इन में रहने के लिए उसने शपथ पत्र भी लिखा। यह शपथ पत्र नोटरी से भी तस्दीक करवाया गया है।
रोहित ने यह भी स्वीकार किया है कि वह अपनी पत्नी को तलाक देकर महिला पत्रकार से शादी करना चाहता था, लेकिन पिता ने इजाजत नहीं दी। याचिका में कहा गया कि हम दोनों ने आपसी सहमति से ही संबंध बनाए हैं। रोहित के इस स्वीकारनामे के बाद हाई कोर्ट क्या निर्णय लेगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन वीआईपी मामलों में अक्सर ऐसा ही होता है। जब लड़की बलात्कार का आरोप लगाती है तो मंत्री या अन्य प्रभावशाली व्यक्ति सहमति को ही बचाव का हथियार बनाते हैं। क्या संस्कारी बेटे को इतनी भी समझ नहीं थी कि वह गलत काम कर रहा है। जिस युवती से रोहित शादी करने को तैयार था, आज उसी युवती को ब्लैकमेलर बताया जा रहा है। कानून के जानकारों की मानें तो रोहित का इस याचिका पर एफआईआर रद्द नहीं होगी। रोहित को आज नहीं तो कल दिल्ली पुलिस के समक्ष सरेंडर करना ही पड़ेगा, हो सकता है रोहित को दिल्ली बहुचर्चित तिहाड़ जेल भी जाना पड़े।
विधायकों को क्लीन चिट:
कांग्रेस के जिन विधायकों ने जुलाई 2019 में गहलोत सरकार को गिरने से बचाया और अब जो विधायक कानून के शिकंजे में हैं। उन सभी को सीएम अशोक गहलोत ने क्लीन चिट दे दी है। दो दिन पहले इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के विधायक गणेश घोघरा को सीएम ने भावक बताया और कहा कि उनके मन में सरकार को लेकर कोई नाराजगी नहीं है। मालूम हो कि विधायक घोघरा के विरुद्ध डूंगरपुर के पुलिस थाने में एसडीएम को बंधक बनाने और सरकारी कामकाज में बाधा डालने के आरोप को लेकर मुकदमा दर्ज है। अब चूंकि सीएम गहलोत ने ही क्लीन चिट दे दी है इसलिए दर्ज मुकदमे में पुलिस क्या कार्यवाही करेगी यह आने वाला समय ही बताएगा। सीएम गहलोत ने जलदाय मंत्री महेश जोशी और सरकार के उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी को भ क्लीन चिट दे दी है। महेश के जोशी के पुत्र और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य रोहित जोशी के विरुद्ध दिल्ली में बलात्कार का मुकदमा दर्ज है, जबकि महेंद्र चौधरी के भाई मोती सिंह चौधरी और बहनोई कुलदीप सिंह को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। सीएम गहलोत का कहना है कि यदि किसी मंत्री का बेटा और भाई आरोपी हो तो ऐसे मंत्रियों का क्या दोष है। दोनों ही प्रकरणों में कानून अपना काम करेगा। सीएम ने यह भी कहा कि महेश जोशी और महेंद्र चौधरी अपने पद का दुरुपयोग नहीं कर रहे हैं। गहलोत की यह टिप्पणी इसलिए भी मायने रखती है कि गहलोत के पास ही गृह विभाग का प्रभार है।