दलित दिव्यांग 25 वर्षीय विवाहिता को कट्टे की नोक पर दुष्कर्म का प्रयास

भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर में बयाना उपखंड के गांव पन्नीपुरा के रास्ते ट्रायरिक्शा से वैर थाना क्षेत्र के अपने गांव से भरतपुर आ रही एक दलित दिव्यांग 25 वर्षीय विवाहिता को कट्टे की नोक पर उसके ट्रायरिक्शा से उठाकर खेतो में ले जाने तथा नामजद तीन जनो की तरफ से उसके साथ दुष्कर्म के प्रयास का एक सनसनीखेज मामला आया है सामने। मानवता को शर्मसार करने बाली इस लोमहर्षक घटना का एक दुखद पहलू यह भी है कि दलित दिव्यांग महिला के साथ हुई इस वारदात के बाद बयाना की झील पुलिस चौकी ने महिला की मदद करने की जगह उच्चाधिकारियों के आदेश लाने की बात कह कर उसे पुलिस चौकी से टरका दिया।

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लगभग 19 दिन पुरानी 1 मार्च की इस सनसनीखेज घटना की गुरुवार देर शाम बयाना थाने पर नामजद आरोपियों के खिलाफ दर्ज हो सकी है रिपोर्ट। पीड़िता का कहना है कि घटना के तुरंत बाद वह उसी दिन पति के साथ बयाना थाने की झील पुलिस चौकी पर गई थी। लेकिन पुलिसकर्मियों ने उच्चाधिकारियों के आदेश लाने की बात कही। इसके बाद उसने अगले दिन पुलिस अधीक्षक को रजिस्टर्ड डाक से शिकायत भेजी।

पीड़िता ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया है कि एक मार्च की शाम वह अपने पति के साथ अपने बीमार पुत्र को भरतपुर दिखाने जा रही थी। गांव से वह अपने ट्रायरिक्शा से रवाना हुई तथा पति व पुत्र पैदल-पैदल पीछे से आ रहे थे। पति व उसके बीच करीब 500-600 मीटर का फासला हो गया।

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पीड़िता का आरोप है कि वारदात करीब 6 बजे की है। पन्नीपुरा गांव के रास्ते पर पहुंची तो पीछे से बदनपुरा गांव निवासी दो सगे भाई शिव सिंह व रविन्द्र पाल उर्फ रब्बो व उनका साथी मनवीर तीनों एक मारुति वैन से आए। आरोपी जातिसूचक गालियां देते हुए कट्टे की नोक पर उसे जबरन ट्रायरिक्शा से उठाकर पास के खेतों में ले गए। वहां उसके कपड़े फाड़ कर दुष्कर्म करने की कोशिश की गई। महिला ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी चीख-पुकार सुनकर पति व पुत्र मौके पर आ गए। जिन्हें देखकर आरोपी अपनी मारुति वैन से फरार हो गए।