कोरोना माहमारी की मार लेकिन सरकारी अस्पताल में एक बैड पर तीन-तीन मरीज सोने को मजबूर

कोरोना माहमारी की मार लेकिन सरकारी अस्पताल में एक बैड पर तीन-तीन मरीज सोने को मजबूर

कुम्हेर के सरकारी अस्पताल का है मामला

भरतपुर जिले में जब कोरोना माहमारी फैलती जा रही है और सरकार व् जिला प्रशासन माहमारी पर काबू पाने के तमाम प्रयास में जुटे हुए है तब खुद सरकारी अस्पताल की लापरबाही सामने आ रही है क्योंकि कुम्हेर के सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में मरीजों की भीड़ इस कदर है की एक बैड पर तीन से चार मरीजों को लिटाकर इलाज लेने को मजबूर होना पड़ रहा है जबकि कुम्हेर इलाके में पांच कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके है | चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने बताया की अस्पताल में एक बैड पर तीन या चार मरीज लेटकर इलाज ले रहे है इसकी मुझे जानकारी नहीं है लेकिन इसकी जांच की जाएगी और खासकर स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है की कुम्हेर में पांच लोग कोरोना संक्रमित मिले है इसलिए वहां ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है | एक तरफ तो सरकार लोगों को कोरोना गाइडलाइन की पालना के लिए जागरूक कर रही है लेकिन खुद अस्पताल की व्यवस्था ही गाइड लाइन की धज्जिया उड़ाते हुए नजर आ रहे है और इससे कोरोना संक्रमण के ज्यादा फैलने की सम्भावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है | दरअशल इन दिनों मौसमी बीमारियों का प्रकोप ज्यादा होने से मरीजों की संख्या में बढ़ौतरी देखने को मिल रही है लेकिन सरकारी अस्पतालों में खासकर ग्रामीण इलाकों में बैडों की कमी के चलते एक ही बैड पर लेटकर तीन या चार मरीजों को एक ही बैड पर लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है