कथित सामुहिक दुष्कर्म के बाद एक नावालिग किशोरी द्वारा आत्महत्या कर लेने के मामले में जिला एवं पुलिस प्रशासन ने झोंक दी है पूरी ताकत

राजस्थान में भरतपुर के कैथवाड़ा थानांतर्गत कथित सामुहिक दुष्कर्म के बाद एक नावालिग किशोरी द्वारा आत्महत्या कर लेने के मामले में जिला एवं पुलिस प्रशासन ने झोंक दी है पूरी ताकत जिसकी बजह से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की बैठक में 6 घण्टे के भीतर पीड़ितों को पीड़ित प्रतिकर स्कीम के तहत प्रदान किया गया 2 लाख 50 पचास हजार रुपये की अनुतोष। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता के त्वरित कार्यवाही कर अविलम्ब बैठक आयोजित करने के आग्रह पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश द्वारा प्रसंज्ञान लेते हुए त्वरित कार्यवाही करते हुए निर्देश प्रदान किए गए। इसी क्रम में जिला कलक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई द्वारा विशेष रूचि लेते हुए प्रशासन तथा कैथवाडा पुलिस थाना के मध्य समन्वय स्थापित करते हुए अंतरिम अनुतोश के प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत कराने की सम्पूर्ण कार्यवाही अल्प अवधि के भीतर सम्पादित कराई गई जिसकी बजह से मृतका के पीड़ित पिता को 6 घण्टे की अवधि के भीतर अंतरिम प्रतिकर राशि स्वीकृत कर दी गई। मामले को लेकर पुलिस प्रशासन भी जाँच में बरत रहा है पूरी मुस्तैदी। पुलिस अधीक्षक विश्नोई ने बताया कि मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस के अधिकारियों की एक पूरी टीम गम्भीरता से कर रही है छानबीन। विश्नोई स्वयं भी बुधवार को पुलिस की टीम के साथ जुटे रहे विचारविमर्श में।