जिले में जलभराव/बाढ़ एवं अतिवृष्टि की संभावना को देखते हुए जन-धन के सुरक्षात्मक उपाय हेतु उचित प्रबन्धन किया जाना आवश्यक – जिला कलक्टर दौसा

जिले में जलभराव/बाढ़ एवं अतिवृष्टि की संभावना को देखते हुए जन-धन के सुरक्षात्मक उपाय हेतु उचित प्रबन्धन किया जाना आवश्यक ः– जिला कलक्टर
दौसा, 31 मई। जिला कलक्टर पीयुष समारिया ने कहा कि जिले में जलभराव/बाढ़ एवं अतिवृष्टि की संभावना को देखते हुए सभी विभागीय अधिकारी जन-धन के सुरक्षात्मक उपाय हेतु उचित प्रबन्धन किया जाना सुनिश्चित करे।
सोमवार को कलेक्टेट सभा भवन में आयोजित आपदा प्रबन्धन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा संबंधित बैठक को संबोधित करते हुये जिला कलक्टर ने यह बात कही। उन्होने कहा कि जिले में संभावित बाढ़ एवं अतिवृष्टि से बचाव से संबंधित विभागो के अधिकारी पांच दिवस में कार्य योजना/कण्टीजेन्सी प्लान तैयार कर भिजवाना सुनिश्चित करे। उन्होने बताया कि आपदा प्रबन्धन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग से प्राप्त निर्देशानुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून वर्ष 2021 राज्य में शीघ्र ही सक्रिय होने की संभावना है। सभी अधिकारी जिले में जलभराव/बाढ़ की संभावना को देखते हुए जन-धन के सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करने हेतु उचित प्रबन्धन किया जाना आवश्यक है। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले के सभी तहसील मुख्यालय पर 15 जून से आपदा नियन्तर््ण कक्ष की स्थापना किये जायेगें। समस्त तहसीलदार द्वारा अपने अधीनस्थ आने वाले वर्षा मापक यंत्रें का निरीक्षण कर छोटी मोटी खामियों को दुरूस्त कर लेवे यदि कोई वर्षा मापी यंतर्् खराब हो गया हो तो तुरन्त सूचना देवे । जिले के समस्त राजस्व अधिकारी जहां तक संभव हो मुख्यालय पर ही उपस्थित रहेगे। वक्त भ्रमण वर्षा अतिवृष्टि बाढ़, तालाबों, बाधों एनीकटों की सूचना अपने अधीनस्थ राजस्व कर्मचारियोें से प्राप्त करते रहेगे। पटवारियान/भू-अभिलेख निरीक्षक द्वारा किये गये निरीक्षण का अंकन अपनी दैनिक डायरी में किया जावेगा एवं निरीक्षण की रिपोर्ट अपने तहसील मुख्यालय पर स्थापित नियंतर््ण कक्ष को देगे। उपखण्ड अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रें मे बैठक आयोजित कर प्लान का रिव्यू कर लेवे एवं बाढ़ प्रभावित गांवों की सूची तैयार करवाएं । तहसील स्तर पर संबंधित विभागों द्वारा बाढ़ बचाव हेतु किये जाने वाले कार्यो की समीक्षा उपखण्ड अधिकारी करेगे तथा संबंधित विभागों में सामंजस्य बनाए रखेंगे। तहसील स्तर पर स्थापित आपदा नियन्तर््ण कक्ष द्वारा सूूचनाओं का आदान-प्रदान समय पर करने की पुख्ता व्यवस्था करेगे। वर्षा,ं बांधों के भराव संबन्धी सूचनाएं एवं जन धन हानि की दैनिक सूचना दूरभाष पर जिला नियंतर््ण कक्ष को एवं भू-अभिलेख अनुभाग को प्रस्तुत करेंगे। सभी तहसीलदार अपने क्ष़्ोतर्् में 3 फिट से गहरे गढ्ढे जिनसे मानसून के दौरान पानी भरने से किसी भी प्रकार की क्षति होने की संभावना रहती है ऎसी जगहों को चिन्हित कर गढढों को भरवाये जाने की व्यवस्था करवाये जाना सुनिश्चित करें।
जल संसाधन विभाग, दौसा ः-
जिला कलक्टर ने अधिशाषी अभियन्ता, जल संसाधन विभाग दौसा को निर्देशित किया है कि 15 जून 2021 से बाढ़ नियन्तर््ण कक्ष की स्थापना की जावें तथा बाढ़ या अतिवृष्टि की संभावना में प्रत्येक तहसील के संकटग्रस्त एवं संवेदनशील क्षेत्रे का सामना करने के लिये कार्य योजना बनायी जावे। यह भी निर्देश दिये कि विभाग में उपलब्ध वायरलेस सेटो को कार्यशील रखें तथा नावों, रक्षा पेटियो, रस्सो, मसालो, टार्चो की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। जिले की प्रत्येक तहसील में बाढ ़बचाव के उपलब्ध संसाधनो को चिन्हित कर सूची मय नाम पते सरकारी संगठनो की पहचान कर उनके पास उपलब्ध संसाधन/सामग्री सुनिश्चित कर आपदा की स्थिति में उनका उपयोग करने की व्यवस्था करेगे। वर्षा काल में नदियो, नहरो, बांधो, तालाबो आदि पर निरन्तर भ्रमण करते हुए आने वाले संकट के विषय में अग्रिम चेतावनी देने का कार्य सुनिश्चित करेंगे तथा वर्षा आने पर किसी बांध में दरार आने व टूटने की संभावना है तो उसे समय से पूर्व ही ठीक कराने की भी व्यवस्था सुनिश्चित करे। बाधं के गेट खोलने वाले तथा तकनीकी रूप से दक्ष कर्मचारियो की सूची बनाये तथा उन्हे अपने कार्य स्थल पर तैनात रहना सुनिश्चित की जावें संभावित संकट की सूचनाऎ तत्काल जिला स्तरीय व राज्य स्तरीय आपदा नियन्तर््ण कक्ष व सभी संबंन्धित विभागो को नियमित रूप से भिजवाया जाना सुनिश्चित करें।
उन्होने कहा कि जिले में स्थित समस्त छोटे बडे बांध, तालाब, एनिकट्स का सर्वेक्षण कर लिया जावे एवं यह भी सुनिश्चित किया जावे कि सभी बांध, तालाब , एनीकट सही हालात में है। यदि इनमे से किसी जलाश्य की मरम्मत कराने की आवश्यकता हो तो यथा समय मरम्मत करवा दी जावे ताकि वर्षा के पानी के भराव के दौरान कोई समस्या उत्पन्न न होने पाये, साथ ही समस्त बांधों तालाबो, एनिकटो की भराव क्षमता एवं उनके केचमेन्ट एरिया उनके लाईन्ड एरिया के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी कर ली जावे, यदि किसी क्षेतर्् में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है अथवा कोई बांध टूटता है या नदी में पानी अधिक आता है तो ऎसीे स्थिति में कौन-कौन से गांव प्रभावित हो सकते है। उन गावों के नाम उनकी जनसंख्या चिन्हित कर ली जावें एवं उनकी सुरक्षा हेतु सुरक्षित स्थानो पर पहुॅचाने हेतु स्थल का निरीक्षण किया जावे जिले में विभिन्न बांधों में आया पानी एवं भराव क्षमता से प्रतिदिन बाढ़ नियंतर््ण कक्ष कोे लिखित में अवगत कराते रहेेगें।बांध/तालाब आदि के टूट-फूट या रिसाव की स्थिति में बचाव के लिए पर्याप्त मात्र में कट्टे रेत भरवा कर उन्हे आवश्यकतानुसार बांधो पर पहॅुचा दिया जावे। इसके अलावा खाली कट्टो की पर्याप्त मात्र में व्यवस्था व रेत भरने के स्थान को पहले से ही चिन्हित कर लिया जावे। इन कट्टो को यथा स्थान पहुचाने के लिए वाहन हर समय कार्यालय में मय वाहन चालक उपलब्ध रखा जावे। बाढ़ के समय आवश्यक उपकरण, जैसे रस्से, बल्लिया, टॉर्च, पेट्रोमेक्स, पम्पसेट, रबर ट्यूब, नावे तथा गोताखोर आदि की व्यवस्था सुनिश्ििचत करली जावे। उपलब्ध पम्पसेट सही हालत में हो और ईधन भरपूर रहें मोटर बोट कहॉ- कहॉ से उपलब्ध हो सकते है इसकी जानकारी भी कर ली जावे।
जन स्वास्थ्य अभियांतिर््की विभाग दौसा ः-
जिला कलक्टर ने अधीक्षण अभियता, जन स्वा0 अभि0 विभाग दौसा को निर्देश दिये कि कार्यालय में 15. जून 2021 से नियन्तर््ण कक्ष स्थापित किया जावें। निचले क्षेत्रे से पानी निकालने हेतु पम्पसेटो की व्यवस्था सुनिश्चत की जावे तथा जहा ज्यादा बाढ़ आने की संभावना है वहां ज्यादा पम्पसेटो की व्यवस्था रखी जावें। पेयजल स्त्रेतो के क्लोरीफिकेशन की समुचित व्यवस्था की जावें ताकि दूषित पेयजल जनित बीमारियॉ फैलने की संभावना न हों । पाईप लाईन क्षतिगस्त होने की स्थिति में जलदाय विभाग तत्काल ठीक करेंगे तथा वैकल्पिक व्यवथा बनाये रख्ेांगे। विद्युत कटौती की अवस्था में पेयजल वितरण हेतु वैकल्पिक व्यवस्था तत्काल की जावें।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति(रसद) विभाग दौसा ः-
उन्होने जिला रसद अधिकारी, दौसा अपने कार्यालय में 15 जून 2021 से नियन्तर््ण कक्ष स्थापित कर अतिवृष्टि अथवा बाढ़ के समय पर्याप्त मात्र में जनमानस को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने की व्यवस्था सुनिश्चत करेगें। उचित मूल्य की दूकानों पर गेहॅू एवं अन्य खाद्य सामग्री के भण्डारण, उसके वितरण के स्थान का उल्लेख आदि सूचनाओं की पारदर्शिता के साथ-साथ उपलब्धता की व्यवस्था सुनिश्चत की जावें। बाढ़ की स्थिंति में स्वयंसेवी संगठनों से भी सम्पर्क बनाये रखे ताकि आव6यकता पड़ने पर सहयोग लिया जा सकें। विभिन्न योजनाओं का लाभ पातर्् व्यक्तियों को पहुंचाया जावें। जिले में पेट्रोल, डीजल, केरोसिन, लूब्रीकेटिंग ऑयल भी रिजर्व में रखवाया जावें।
स्थानीय निकाय विभाग(नगर परिषद/नगरपालिका) ः-
नगर परिषद/नगर पालिकाओं के कार्यालय में 15 जून 2021 से नियन्तर््ण कक्ष स्थापित किया जावें। शहर की सड़कों की मरम्मत व नाले/नालियां/गटर आदि की सफाई व्यवस्था 15 जून से पूर्व प्राथमिकता से करवा ली जावें । निचले स्तर से प्रभावित व्यक्तियों/बस्तियों को ऊंचे क्षेत्रें में अस्थायी रूप से रहने हेतु वहां स्थित धर्मशाला सार्वजनिक स्थल, विद्यालय भवन आदि को चिन्हि्त करने की व्यवस्था सुनिश्चत कर लेवें। बाढ़/अतिवृष्टि के एकतिर््त पानी को निकालने के लिये पम्पसेटों का प्रबन्ध करना, मृत पशुओं, मलबा, कचरा आदि को हटाने एवं सुरक्षात्मक स्वास्थ्य उपाय, जैसे मलेरिया रोधी उपाय, कटे हुए फलो एवं सब्जियों को खुले में विक्रय पर प्रतिबंध आदि व्यवस्था सुनि6िचत की जावें। उन्होने वर्षा से पहले नालियों की सफाई करवाने के लिये नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिये।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग दौसाः-
जिला कलक्टर पीयुष समारिया ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि जिला मुख्यालय पर बाढ़ नियंतर््ण कक्ष की स्थापना करें तथा वर्षा, अतिवृष्टि एवं बाढ़ की स्थिंति में मौसमी बिमारी का प्रकोप होने की संभावना से निपटने के लिए जिले की समस्त रेफरल अस्पताल/प्राथंमिक स्वास्थ्य केन्द्रों/उपस्वास्थ्य केन्द्रो एवं पोस्ट केन्द्रों पर पर्याप्त मात्र में जीवन रक्षक दवाईयॉ एवं वर्षा से फैलने वाली बिमारियों जैसे- हेजा, पीलिया, मलेरिया, त्वचा, संबंधी बिमारियॉ फुड पाइजनिंग आदि के ईलाज हेतु पर्याप्त मात्र में दवाईयॉ उपलब्ध रखी जावें। अतिवृष्टि/बाढ़ के दौरान आवश्यकतानुसार मोबाईल चिकित्सा दल के गठन की व्यवस्था भी करे तथा दूषित जल से बचाव हेतु क्लोरीन की पर्याप्त व्यवस्था रखी जावे।
पुलिस विभाग, दौसाः-
उन्होने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी वर्षा काल में 15 जून 2021 से नियन्तर््ण कक्ष स्थापित किया जावें। होमगार्ड एवं आर0ए0सी0 की प्रशिक्षित व अन्य कम्पनियॉ तैयार रखी जावे। पर्याप्त मात्र में तैराक एवं नावों की व्यवस्था तथा गोताखोरों की उपलब्धता सुनिश्चत की जावें । पर्याप्त जीवन रक्षक यंत्रें जैसे लाईफ जैकिट, रस्से, टार्च, संचार तंतर्् कानून व्यवस्था इत्यादि की उपलब्धता भी सुनिश्चत करे, यदि बचाव यंतर्् किराये पर मिलते हो तो उनकी दरे निविदा आमंतिर््त कर पूर्व से ही प्राथमिकता से निर्धारित कर लेवे और उनको पाबन्द कर दे ताकि बाढ़ सें संभावित स्थानों पर उनका उपयोग तत्परता से लिया जा सके। आवश्यकता हो तो गोताखोरो को प्रशिक्षण दिला दिया जावें ताकि आवश्यकता पड़ने पर गोताखोरों की कमी नही पड़े तथा पुलिस विभाग अपना कन्टींजेंसी प्लान तैयार कर आपदा प्रबधन एवं सहायता विभाग, राजस्थान जयपुर एवं इस कार्यालय को भिजवाया जाना सुनिश्चत करे। समस्त थानाधिकारियों को निर्देशित किया जावें कि बाढ़ से संबंधित किसी भी तरह की सूचना किसी भी विभाग द्वारा दी जावें, तो उस संदेश को तत्काल प्राप्त कर उसका प्रसारण किया जावें। बाढ़ में फंसे लोगो को बचाने का कार्य तत्काल किया जावें एवं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था पुलिस विभाग के जवानों द्वारा की जावेंगी। आवश्यक बचाव उपकरणों की सूची तत्काल उपयोग की दृष्टि से तैयार रखें तथा आवश्यकतानुसार प्राथमिकता पर उपयोग में लेना सुनिश्चित करें।
विद्युत विभाग दौसा ः-
जिला कलक्टर ने अधीक्षण अभियन्ता, जयपुर विद्युत वितरण निगम, को अपने कार्यालय में नियन्तर््ण कक्ष स्थापित करवाने, वर्षा, अतिवृष्टि एवं बाढ़ के समय विद्युत लाईनों के क्षतिग्रस्त पावर लाईनों से तुरन्त विद्युत संबंध विच्छेद करने एवं मरम्मत हेतु आवश्यक सामग्री वाहन एवं विद्युत उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध रखा जावें। जहां कही विद्युत लाईने पेड़ो के नजदीक है उनकी जांच करवा कर कटाई/सफाई व्यवस्था करवा ली जावें। भीषण गर्मी के कारण विद्युत लाईनों के तार लूज होकर उनकी निर्धारित दूरी कम होती है और तेज हवा के कारण आपस में टकराने की संभावना बढ़ जाती है।, जिससे अग्नि दुर्घटना हो सकती है। इसके लिए विद्युत लाईनों का सर्वे करवाकर दुरस्तीकरण का कार्य समय पर करवा लिया जावें। ढीले तारों को कसा जाए व कनेक्शनों को टाईट किया जावें। यदि कही पर ट्रांसफार्मर जमीन पर पड़ें हो तो उन्हे डी0पी0 पर रखवाये जावें।
पशुपालन विभाग दौसाः-
उन्होने संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग को नियन्तर््ण कक्ष की स्थापित करवाने, बाढ़/अतिवृष्टि के समय पशुओं में फैलने वाली बिमारियो के ईलाज के लिये पर्याप्त दवाईयों की व्यवस्था सुनिश्चत करने तथा जिला पशुपाालन अधिकारी जिले के समस्त पशु चिकित्सालयो पर आवश्यक वैकसीन एवं औषधियों की व्यवस्था सुनिश्चत करने के लिये पाबन्द करने के निर्देश दियेे। बाढ़/अतिवृष्टि के कारण पशुओं में फैलने वाली बिमारियों के उपचार हेतु मोबाइल टीमों का गठन किया जाकर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवायेगें। मोबाइल टीमें जिला मुख्यालय एवं उपखण्ड/तहसील मुख्यालय पर उक्त सुविधा के साथ उपलब्ध रखी जावेंं। बाढ़ प्रभावित क्षैत्रें में चारे, पशु आहार की व्यवस्था सुनिश्चत की जावें। मृत पशुओं के सुरक्षित निस्तारण करने का स्थान भी सुनिश्चत करे।
सार्वजनिक निर्माण विभाग दौसाः-
जिला कलक्टर पीयुष समारिया ने अधीक्षण अभियन्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग को ऎसे सार्वजनिक भवनों की पहचान करने जो वर्षा काल में गिर सकते है इनकी मरम्मत करवाना एवं अनुपयुक्त पाये जाने पर नियमानुसार निस्तारण करवाने की बात कही। उन्होने सड़क मार्ग से गुजरने वाले नदी-नाले, पर होकर वर्षा का पानी बह रहा हो तो उन स्थानों को चिन्हित कर दोनो ओेर साईन बोर्ड लगा कर यातायात प्रतिबन्धित किया जावे। संभावित खतरों वाले नाले पुलियाआें पर लोहे की जंजीर की व्यवस्था की जावे।
शिक्षा विभाग(मा0/प्रा0)दौसा ः-
जिला कलक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को जिले के समस्त राजकीय/निजी विद्यालयों भवनों की जांच करने,जो आगामी वर्षा के दौरान अतिवृष्टि/बाढ़ से विद्यालय भवन को किसी भी प्रकार की क्षति होने की संभावना न रहे साथ ही समाज कल्याण विभाग अपने अधीन चल रहे छात्रवास भवनो की भी जांच कर जी जावें। अपने अधीन पंचायत समिति के विद्यालय भवनों जॉच कर प्रतिवेदन अति0 मुख्य कार्यकारी अधिकारी (शिक्षा) जिला परिषद, दौसा को प्रस्तुत करेंगे। जिले के अन्य विद्यालयों/ छात्रवासों के भवनाें की सूचना संकलित कर जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक)दौसा को प्रस्तुत करेगें और यदि उन्हें खाली कराने की आवश्यकता हो तो तद्नुसार कार्यवाही की जावे एवं जर्जर भवनों की सूची तैयार कर इस कार्यालय को भिजवाना सुनिश्चित करें।
जिला सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग दौसा ः-
उन्होने बताया कि संभावित बाढ़ एवं सहायता कार्य हेतु संबंधित चेतावनी एवं जानकारी जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी एवं उपखण्ड स्तर पर उपखण्ड अधिकारी एवं तहसील स्तर पर तहसीलदार/विकास अधिकारी द्वारा प्रचार-प्रचार किया जावेगा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर आर के मीना ने विभागवार व बिन्दुवार समीक्षा करते हुये कार्य योजना के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल के बालोत, उपखण्ड अधिकारी संजय कुमार गोरा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता हरिकेश मीना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 मनीष चौधरी, पीएमओ डा0 सी एल मीना,आयुक्त पूजा मीना ,उप निदेशक कृषि शंकर लाल मीना,एडीपीआर रामजी लाल मीना, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास ओम प्रकाश वशिष्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।