जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 से 20 घंटे की अघोषित कटौती-दौसा

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 से 20 घंटे की अघोषित कटौती
दौसा 10 अक्टूबर। दौसा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 से 20 घंटे की हो रही अघोषित कटौती से परेशान ग्रामीणों का सब्र का बांध आखिरकार टूट ही गया। गुस्साए ग्रामीणों ने वार्ड पंच राज देवी के नेतृत्व में पाँच सूत्रीय माँगों को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंक कर भाँडारेज सब स्टेशन पर धरना दिया और राजस्थान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
वार्ड पंच राज देवी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कटौती को लेकर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में भेदभाव क्यों कर रही है। शहरी क्षेत्र में 1-2 घंटे से ज्यादा की कटौती नहीं कर रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में 20 घंटे की कटौती की जा रही है। यह सरकार किसान हितेषी होने का दावा तो करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। किसानों को दी जाने वाली थ्री फेज सप्लाई भी 1 घंटे से ज्यादा वर्तमान में नहीं मिल रही है। जबकि रबी की फसल की बुवाई का समय चल रहा है और किसान अपनी फसलों की बुवाई के लिए खेतों में पलाव शुरू कर रहे हैं लेकिन इस अघोषित कटौती से परेशान किसान खेतों में पलाव भी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में हमारे जिले का अन्नदाता अपने खेतों में कैसे अन्न उगायेगा।
साथ ही स्कूली छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं की पढ़ाई पहले तो पिछले 2 सालों से कोरोना की वजह से प्रभावित हो रही थी और अब यह बिजली कटौती के कारण पढ़ाई बाधित है। ऐसी स्थिति में छात्रों और युवाओं का भविष्य अंधकार की और जा रहा है।
राज देवी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि समय पर इस विकट समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो किसानों को व युवाओं को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा और इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। जेईएन व सदर थाना प्रभारी की समझाइस के बाद पाँच सूत्रीय माँगों पर सहमति बनने के बाद राज देवी ने धरना समाप्त किया।धरना प्रदर्शन में लक्ष्मण पटेल, विजय सिंह, किशनलाल गुर्जर, महैन्द्र अन्दाना, कालू अन्दाना, प्रेम सिंह, संदीप, भवानी, करतार सिंह, प्रेम देवी, कमली देवी, रुकमणी देवी, मीरा देवी सहित दर्जनभर से ज्यादा किसानों ने प्रदर्शन किया।