मिट्टी की जांच रिपोर्ट अनुसार खाद एवं उर्वरकों का प्रयोग करें – दौसा

मिट्टी की जांच रिपोर्ट अनुसार खाद एवं उर्वरकों का प्रयोग करें
दौसा 6 दिसम्बर। कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र दौसा के संयुक्त तत्वाधान में 5 दिसम्बर को कृषि विज्ञान केंद्र दौसा में विश्व मृदा दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र किसानों व कृषि में अध्ययनरत छात्र व छात्राओं को कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कृषि विज्ञान केंद्र दौसा के विषय विशेषज्ञों द्वारा लवणीय भूमि के सुधार की जानकारी दी गयी।
कृषि विज्ञान केंद्र दौसा के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ बी एल जाट ने किसानों को मृदा जांच हेतु खेत से मृदा नमूना लेने की वैज्ञानिक विधि की विस्तार से जानकारी दी गयी। जाट ने बताया कि किसान भूमि में सड़ी हुई गोबर की खाद, वर्मीकम्पोस्ट, हरि खाद का प्रयोग करें साथी फसल चक्र अवश्य अपनाए जिससे मृदा की उर्वरा शक्ति बनी रहे एवं फसलों का उत्पन अच्छा मिलता रहे।
कृषि अधिकारी (प्रशिक्षण) दौसा अशोक कुमार मीना ने बताया कि सभी किसान अपने खेतों की मिट्टी की फसल बुवाई पूर्व जांच अवश्य कराए व प्राप्त जांच रिपोर्ट की शिफारिश अनुसार ही फसलों में खाद व उर्वरकों का उपयोग करें जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि होगी। मीना ने बताया कि वर्तमान में किसान आवश्यकता से अधिक रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग नही करे। अधिक रासयनिक उर्वरकों के प्रयोग करने से धीरे – धीरे मृदा की उर्वरा शक्ति कम हो रही है। जिससे फसलों की गुणवत्ता भी कम हो रही है। किसान अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग नही करे मिट्टी की जांच रिपोर्ट अनुसार ही खाद एवं उर्वरकों का प्रयोग करें। वर्तमान में मानव शरीर मे कैंसर, हार्ट अटैक, बी पी, जैसी विभिन्न गम्भीर बीमारियों का मुख्य कारण भी अधिक मात्रा में रासयनिक उर्वरकों व कीटनाशकों का प्रयोग है।
कृषि अनुसंधान अधिकारी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला दौसा ने बताया कि किसान कृषि विभाग द्वारा संचालित मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला दौसा, बांदीकुई, मंडावर में अपने खेतों की मिट्टी व बोरिंग के पानी की जांच 5 रुपये में करा सकते है। कृषि अधिकारी (फसल) धर्म सिंह गुर्जर ने बताया की सभी किसान प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत कृषि विभाग द्वारा देय अनुदान की सहायता से अपने खेत पर कच्चा या प्लास्टिक लाइनिग फार्म बनाकर वर्षा जल का संचय करें एवं फसलों की सिंचाई के उपयोग में लेवे वर्षा का जल शुद्ध होता जिससे फसलों का उत्पादन भी बढ़ता है।
सहायक निदेशक उद्यान दौसा बद्रीनारायण मीना ने उद्यान विभाग द्वारा संचालित अनुदान की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। विश्व मृदा दिवस पर किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण किये गए। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र दौसा के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ बी० एल० जाट, कृषि अधिकारी (प्रशिक्षण) दौसा अशोक कुमार मीना, कृषि अधिकारी (फसल) दौसा धर्म सिंह गुर्जर, सहायक निदेशक उद्यान दौसा बद्रीनारायण मीना, कृषि अनुसंधान अधिकारी दौसा मनोज कुमार मीना, के वी के दौसा के डॉ आर एल मीना, डॉ बबिता डीगवाल, डॉ अक्षय चित्तोड़ा, एवं किसान बाबू लाल मीना सहित दर्जनों अन्य किसान व कृषि में अध्यनरत कई छात्र व छात्राएं मौजूद रहे।