108 कुंडिय रूद्र महायज्ञ का समापन लालसोट

108 कुंडिय रूद्र महायज्ञ का समापन
लालसोट 22 फरवरी। क्षेत्र के रामगढ़ पचवारा में चल रहे 108 कुंडिय रुद्र महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया। इसमें पंडितों के सानिध्य में विश्व शांति व सरभाव तथा अमन-चैन के आहुतियां दी गई।
महा यज्ञ के कथावाचक धर्म मूर्ति देवी राम ने कहा कि राम कथा का श्रवण भाग्यशाली लोगों को मिलता है। भगवान राम की कथा के श्रवण से मनुष्य मोक्ष की ओर अग्रसर हो जाता है। इन्होंने कहा कि दया का भाव मनुष्य का लक्षण है। भगवान ने मानव दे ही परोपकार के लिए दी है। इस देही को भगवान का स्मरण करते हुए आनंदमय जीवन बिता कर समर्पण करना चाहिए। इससे मनुष्य के लोग व परलोक दोनों सुधर जाते हैं। इस रूद्र महायज्ञ में आसपास के गांवों के हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। वहीं श्रीराम समिति के कार्यकर्ताओं ने रूद्र महायज्ञ में दिन रात एक कर धर्म लाभ कमाया। रूद्र महायज्ञ के समापन पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसादी गृहण की।
इस अवसर पर धीरज शर्मा, देवेंद्र गुप्ता, राम चरण, लालू प्रसाद, सतनारायण कटारा, हरिराम मीणा, सुख मीणा, राकेश हल्कारा, कैलाश ठाकुरिया, अंकित कटारा, सुरेश पितलिया, कान सिंह, गौरव अग्निहोत्री सहित अनेक लोग मौजूद रहे।