जागरूकता और समय पर चिकित्सकीय परामर्श से होगा टीबी मुक्त भारत- सीएमएचओ करौली

जागरूकता और समय पर चिकित्सकीय परामर्श से होगा टीबी मुक्त भारत- सीएमएचओ
करौली, 24 मार्च। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत विश्व क्षय रोग दिवस पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन चिकित्सा संस्थानों पर हुआ, जहां टीबी के लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी दी गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेशचंद मीना ने बताया कि भारत को टीबी मुक्त बनाने के सम्पूर्ण प्रयास जारी हैं इसके लिए क्षय रोग के लक्षणो के प्रति जागरूक लाने के कार्य को मिशन के रूप में लेकर आगे बढने की आवश्यकता है इस संक्रामक रोग के नियंत्रण पर किए जा रहे प्रयासों में सभी लोग अपनी सक्रिय भागेदारी निभायेंगे और लोगों को जागरूक करते रहेंगे की क्षय रोग का ईलाज संभव है आवश्यकता इस बात की है कि नियंत्रण के लिए बीमार व्यक्ति उपचार जारी रखे। टीबी की समय पर जांच, आधुनिक और सम्पूर्ण उपचार सहित टीबी नियंत्रक गतिविधियों का प्रचार-प्रसार शामिल है। उन्होंने बताया सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में टीबी का सम्पूर्ण ईलाज मुुुफ्त हैं एवं प्रत्येक अधिसूचित टीबी रोगी के लिए प्रति माह पांच सौ रूपये वित्तीय प्रोत्साहन ‘निक्षय पोषण योजना‘ अंतर्गत डीबीटी द्वारा दिया जा रहा है।
टीबी के लक्षण-
डॉ. मीना ने बताया कि दो सप्ताह से लगातार खांसी, भूख न लगना, तेज बुखार आना, रात में पसीना आना एवं लगातार वजन में गिरावट टीबी के लक्षण है, टीबी रोगियों के लिए धूम्रपान अति घातक है, अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1800116666 पर संपर्क किया जा सकता है।
टीबी क्लिनिक पर बतायें बचाव तरीके-
क्षय रोग दिवस पर टीबी क्लिनिक पर संगोष्ठि का आयोजन हुआ जिसमें आमजन को क्षय रोग से बचाव तरीके बताये गये एवं टीबी रोग के ईलाज के प्रति जागरूकता अपेक्षा जताई। इस दौरान सीएमएचओ, पीएमओ डॉ. दिनेशचंद, डीटीओ विजयसिंह मीना मौजूद रहे।