जुलाई माह मे वितरित किये जायेंगे औषधि पौधे – करौली

जुलाई माह मे वितरित किये जायेंगे औषधि पौधंे
करौली, 7 जून।राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 2021-22 के बजट भाषण मे की गई घोषण अनुसार 5 वर्ष के लिये लागू की गई घर घर औषधि योजना के तहत जुलाई माह से औषधि पौधे जिनमें तुलसी, कालमेध, अश्वगंधा एवं गिलोय के पौधे तैयार कर वितरण करने के लिये जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग की अध्यक्षता मे बैठक आयोजित की गई। बैठक मे जिला कलेक्टर ने कहा कि शहरी क्षेत्र मे स्थानीय निकाय द्वारा एवं ग्रामीण क्षेत्र मे पंचायतों द्वारा औषधि पौधों को वितरण किया जायेगा। औषधि पौधे देने के पश्चात उनकी सार संभाल के लिये लोगो को जागरूक करे और उनके फायदे के बारे मे लोगो को अधिक से अधिक बताये कि यह अच्छा मौका है। उन्होने राजकीय विभागों के कार्मिकों व अन्य जो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुडे उन्हे पौधे वितरण कर लगवाने एवं सार संभाल के लिये जागरूक करें। उन्होने बताया कि घर घर औषधि योजना का वन विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। औषधि पौधों को वन विभाग की पौधशालाओं मे तैयार कराया जायेगा। इस योजना से राजस्थान मे पाई जाने वाली वन औषधि पौधों को संरक्षण भी होगा।
जिला कलेक्टर ने शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा, के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि चिकित्सालयों, विद्यालयों एवं आंगनबाडी केन्द्रों के साथ साथ कार्यालयो मे भी औैषधि पौधों को लगाने और उन्हे संरक्षण देने के लिये लोगो को जागरूक बनाये एवं तुलसी, कालमेध, अश्वगंधा व गिलोय से होने वाले स्वास्थ्य फायदे के बारे मे भी जागरूक करें। बैठक मे उपवन संरक्षक अजय चित्तौडा ने बताया कि योजना के तहत 5 वर्षो मे तीन बार 8-8 पौधे प्रति परिवार औषधि पौधों का वितरण किया जायेगा। पांच वर्षीय योजना मे करौली जिले के 2 लाख 62 हजार परिवारों को चिन्हित किया गया है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 की बजट घोषणा के अंतर्गत औषधि पौधोे की पौधशालाएं विकसित कर तुलसी गिलोय, अश्वगंधा इत्यादि पौधे नर्सरी से उपलब्ध करवायें जायेंगे।वर्तमान परिस्थिति मे जलवायु परिवर्तत, प्रदूषण एवं जीवनशैली मे परिवर्तन जैसे कारणों से स्थानीय लोग अनेक प्रकार के रोगो से ग्रस्त होते रहते है आयुर्वेद तथा स्थानीय परम्परागत ज्ञान व वनों मे उपलब्ध औषधियों को लोगो के घरों व निजी जमीनों के समीप उगाने के लिये जिससे कि वन औषधियों को संरक्षण मिले इसके लिये औषधि पौधे तैयार कर वितरित किये जायेंगे। वन मंडल करौली द्वारा जुलाई के प्रथम सप्ताह तक पौधे तैयार कर लिये जायंेगे।
बैठक मे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिवचरण मीना, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक प्रभातीलाल जाट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश चंद मीना, जिला रसद अधिकारी रामसिंह मीना, उपनिदेशक कृषि रामलाल जाट, जिला शिक्षा अधिकारी भरतलाल मीना, आयुर्वेद, पशुपालन, खनिज, नगर परिषद सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।