औचक निरीक्षण में पोषाहार वितरण रिकार्ड में पायी अनियमितता,
आंगनबाडी कार्यकता एवं महिला पर्यवेक्षक के विरूद्ध होगी सख्त कार्यवाही
प्रभातीलाल जाट
करौली 8 जनवरी। जिला कलक्टर श्री सिद्धार्थ सिहाग द्वारा जिले में शुक्रवार को जिले के अन्तर्गत संचालित संचालित आंगनबाडी केन्द्रों पर पूरक पोषाहार सामग्री वितरण के भौतिक सत्यापन हेतु इक्तालीस टीम गठित की गई जिसके अन्तर्गत उपनिदेशक महिला बाल विकास विभाग प्रभाती लाल जाट ने हिण्डौन परियोजना के आंगनबाडी केन्द्र कारवाड मीना एवं मीना दांत का पुरा का औचक निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाये जाने पर सम्बंधित आंगनबाडी कार्यकर्ता को कारण बताओं नोटिस जारी कर मानदेय सेवा से पृथक करने एवं महिला पर्यवेक्षक श्रीमती कैलाशी मीना के विरूद्ध निलम्बन की कार्यवाही प्रस्तावित की गई है।
उपनिदेशक ने बताया कि हिण्डौन परियोजना के परिक्षेत्र कोटरी के आंगनबाडी केन्द्र कारवाड मीना केन्द्र पर ताला बंद पाया गया तथा आशा सहयोगनी पास में मिली तथा आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती उर्मिला मीना मौके पर मिली दूरभाष पर आंगनबाडी कार्यकर्ता से सम्पर्क करने पर बताया कि केन्द्र की चाबी मेरे पास है और में गांव से बाहर हूं। ग्राम वासियों एवं पंजीकृत लाभार्थियो के बयान एवं पूछताछ की गई जिसमें ग्रामवासियो ने बताया कि केन्द्र नियमित नही खुलता है तथा पोषाहार वितरण नही होता है। लाभार्थियों से पूछताछ में बताया कि एक-एक किलो दाल का वितरण माह अप्रेल 2020 से दिसम्बर 2020 तक एक दो बार ही किया गया तथा केन्द्र पर कोई भी सूचना नोटिस बोर्ड पर चस्पा नही पायी गई। उन्होंने बताया कि मौके पर बाल विकास परियोजना अधिकारी हिण्डौन एवं महिला पर्यवेक्षक को मौके पर बुलाकर एवं ग्रामवासियों की उपस्थिति में केन्द्र के ताले पर सील चस्पा की गई आंगनबाडी कार्यकर्ता को केन्द्र पर बुलाकर ताला खुलवाया गया तथा पोषाहार रिकार्ड की जांच की गई जिसमें पोषाहार सामग्री स्टॉक रजिस्टर में दाल 10 किलो, गेहुं 127 किलो, चावल 26 किलो शेष दर्शाया गया जबकि भौतिक सत्यापन पर मौके पर दाल 275 किलो, गेहुं 75 किलो एवं चावल 25 किलो मात्रा में पाया गया तथा फर्जी तरीके से रिकार्ड संधारण करना पाया गया।
उन्होंने बताया कि मीना दांत का पुरा आंगनबाडी केन्द्र पर पोषाहार सामग्री मौके पर मिली एवं 50 किलो दाल आंगनबाडी कार्यकर्ता के घर पर होने पर मौके पर मंगाया गया एवं मौके पर लाभार्थी महिला आंगनबाडी केन्द्र पर उपस्थित हुई तथा लिखित बयान में शिकायत करते हुए बताया कि हमें पोषाहार सामग्री माह अप्रेल 2020 से दिसम्बर 2020 तक एक-दो बार ही एक-एक किलो मात्रा में दी गई तथा आंगनबाडी कार्यकर्ता लक्ष्मी देवी एवं उसके पति द्वारा लाभार्थियों के साथ अभद्र व्यवहार एवं मारपीट करने की धमकी दी जाती एवं आंगनबाडी केन्द्र पर कोई भी सूचना नोटिस बोर्ड पर चस्पा नही पायी गई। उपनिदेशक ने बताया कि परिक्षेत्र कोटरी के अन्तर्गत संचालित आंगनबाडी केन्द्रों की पोषाहार वितरण की सूचना बाल विकास परियोजना अधिकारी हिण्डौन को महिला पर्यवेक्षक द्वारा गलत सूचना देकर उच्चाधिकारियों को गुमराह किया गया जबकि आंगनबाडी केन्द्रों पर निरीक्षण के दौरान पोषाहार सामग्री मौके पर पायी गई। विकास अधिकारी पंचायत समिति करौली, अति. मुख्य शिक्षा अधिकारी करौली, उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग द्वारा निरीक्षण के दौरान आंगनबाडी केन्द्रों पर भौतिक सत्यापन में पोषाहार वितरण संतोषप्रद पाया गया। निरीक्षण के दौरान बाल विकास परियोजना अधिकारी हिण्डौन सुशीला देवी , जिला कार्यक्रम समन्वयक सतीश शर्मा एवं लेखराज अम्बेश साथ रहे।
अन्य आंगनबाडी केन्द्रों में पाई गई अनियमितताएं
निरीक्षण के दौरान टीम के अधिकारियों ने आंगनबाडी केन्द्रो के निरीक्षण के निर्देश दिये। निर्देशों की पालना करते हुए सभी अधिकारियों ने शुक्रवार को जिले की विभिन्न आंगनबाडी केन्द्रों का निरीक्षण कर पोषाहार एवं वितरण रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर एवं केन्द्रों में पोषण की स्थिति की जानकारी ली।
अधिकारियों ने आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों व गर्भवती धात्री महिलाओं को दिये जाने वाले पोषाहार दिये जाने का घर जाकर भी सत्यापन किया और जानकारी ली कि सभी को पोषाहार निर्धारित मात्रा में दिया जा रहा है आंगनबाडी केन्द्र समय पर खुले व बंद होने के समय का भी सत्यापन किया गया।
महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक प्रभातीलाल जाट ने भी कोटरी, कारवाड आंगनबाडी केन्द्र सहित विभिन्न आंगनबाडी केन्द्रों का निरीक्षण किया जिनमें अनियमितताएं पाई गई एवं कई आंगनबाडी केन्द्र बंद मिले इस संबंध में उन्होने बताया कि बंद मिले आंगनबाडी केन्द्रो की कार्यकर्ताओं एवं महिला सुपरवाईजर के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए उन्हे हटाने की कार्यवाही की जायेगी।शुक्रवार को आंगनबाडी केन्द्र डिकोली कला, नगर परिषद हिण्डौन के संेटर नं. 3, महूखास, मेडपुरा, गज्जूपुरा,महमदपुर, मूडिंया, तिघरिया, वौल, बहादुरपुर प्रथम व द्वितीय, महोली, मंडावरा, हरिनगर, रानीपुरा, पीलवा, देवलेन आदि केन्द्रो का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आंगनबाडी केन्द्र देवलेन पर ताला लटका हुआ मिला।पोषाहार की गुणवत्ता हेतु उपखंड अधिकारी करौली देवेन्द्र सिंह परमार, टोडाभीम उपखंड अधिकारी दुर्गाप्रसाद मीना, विकास अधिकारी श्रीमती अनीता मीना, जिला परिषद एक्सईएन प्रकाश चंद मीना, अरविन्द शर्मा, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ खुशीराम मीना, सांख्यिकी अधिकारी ओ.पी मीना, नगर परिषद आयुक्त हिण्डौन प्रेमराज मीना, अल्पसंख्यक अधिकारी श्यामलाल मीना सहित विभिन्न अधिकारियों ने निरीक्षण किया।
इसी प्रकार उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा विजय सिंह डागुर ने रौंडकला ग्राम पंचायत के आगर्री, बसेडी, रूग्घापुरा, रूदौड आदि क्षेत्रों के आंगनबाडी केन्द्रों का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान आंगनबाडी कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया कि बालक बालिकाओं को 1.250 किग्रा गेहुं, चावल तथा 3 किग्रा दाल का वितरण एवं गर्भवती एव धात्री महिलाओं को 1.5 किग्रा गेहंु, 1.5 किग्रा चावल व 3 किग्रा दाल का वितरण किया गया।इसके साथ ही उन्होेने रिकार्ड का उचित प्रकार से संधारण करने के निर्देश भी दिये।