ग्राम पंचायत चांदन गाँव, किरवाड़ा में स्वच्छता साक्षरता अभियान किया आयोजन-करौली

ग्राम पंचायत चांदन गाँव, किरवाड़ा में स्वच्छता साक्षरता अभियान किया आयोजन
करौली, 11 जनवरी।नाबार्ड के तत्वाधान में पथिक लोक सेवा समिति के द्वारा स्वच्छता साक्षरता अभियान 11 जनवरी को स्थान भारत निर्माण राजीव गाँधी सेवा केंद्र चांदन गाँव में प्रातः 11 बजे व ग्राम किवाड़ा में सरपंच के फार्म पर साय 3 बजे आयोजित किया गया। अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण आबादी में घरेलू शौचालयों के व्यापक उपयोग और स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना है।इस दौरान आयोजन के मुख्य अतिथि सरपंच महेश चंद मीना (किवाड़ा), लक्ष्मण जाटव सरपंच चांदन गाँव, एम.एल. मीना डीडीएम, नाबार्ड सवाईमाधोपुर मुकेश सीट (संस्था सचिव), पटेल नारग्या मीना, डीलर सुरेश चंद मीना, श्रीमती राजकुमारी, प्रीति जागिड़ व संस्था सदस्य भवानी शंकर, लतीफ खान, राजकुमार सैनी ग्राम किसानों, ग्राम चांदन गाँव मे महिला सदस्यों एवं पुरुषों सहित गाँव चाँदन गाँव मे कुल 51 व किरवाड़ा के कुल 55 लोगो ने भाग लिया।
ग्राम पंचायत किरवाड़ा में ग्राम के सरपंच पंच पटेलो ओर ग्राम के विशिष्ट लोगो ने एवं किसानों ने बढ़ चढ़ कर कार्येक्रम में भाग लिया और गाव में बेयर हाउस बनाने के लिए अनुरोध किया है इस के जवाब में नाबार्ड डीडीएम ने बताया कि आप अपने जीएसएस के माध्यम से प्रस्ताव भिजवाकर ग्राम किरवाड़ा में बेयर हाउस बना सकते है।स्वच्छता साक्षरता अभियान में ग्राम चंदन गाव में उपस्थित महिलाओं एवं पुरूषों को एवं ग्राम किरवाड़ा में उपस्थित ग्रामवासियो को स्वच्छता के बारे में संस्था के सचिव मुकेश ने इस अभियान के दौरान ऑडियो विजुअल के माध्यमों से ब्रोशर, पोस्टर, जिंगल आदि का प्रयोग कर लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता उत्पन्न की की गई एवं लोगो को शोचालय निर्माण के प्रति जागरूक किया.। खुले में सोच करने से होने वाली बीमारिया डीएसटी, पेचिश, संक्रमण व भूमि प्रदुषण, जल प्रदुषण के एवम सात घटको के बारे में चर्चा की गई उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी, जीवन मे स्वस्थ रहने, पानी एवं पर्यावरण का जीवन मे महत्व व नाबार्ड की कई योजनाओं के बारे में जानकारी दी साथ ही महिलाओ को खुले में सोच करने में किस तरह से लज्जा ओ शर्म करनी पडती है वो भी बताया, संस्था सचिव ने उपस्थित ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा नाबार्ड की योजनाओ का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।
नाबार्ड के एम.एल. मीना, जिला विकास प्रबंधक ने बताया कि भारत सरकार और नाबार्ड के बनाई गई योजनाओं का लाभ बैंकों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुचाना है और ग्रामीण क्षेत्र का विकास करना है. शहरों से वापिस ग्रामीण क्षेत्रों की और लौटे वापसी समस्यों को दूर करना, कोविड-19 महामारी के दौरान जल के कारण स्वच्छता और बिमारियों की रोकथाम को बढ़ावा देना है. घरेलू शौचालय के निर्माण, पुराने इकाई को दुरुस्त करने, जल ग्रहण दृछत पर टंकी, जल संग्रहण, माल कीचड़ संयंत्र लगाना आदि इस योजना लाभ लेकर अपने घरों को स्वच्छ और को दूर भगा सकते है. स्पेशल सूक्ष्म खाद प्रसंस्करण के प्रवर्तन के लिए विशेष पुनर्वित योजना, एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, कृषक उत्पदक संगठन और नेशनल लाइवस्टॉक मिशन के घटक, स्टैंडअप इंडिया स्कीम, संयुक्त देयता समूह के बारे में विस्तार से बताया. ग्रामीणों को खुले में सोच ना करने के लिए जागरूक किया साथ ही प्रत्येक ग्रामीण को अपने घर में शौचालय निर्माण हेतु प्रेरित किया।