तेज आंधी में उड़ा इंजन का पैंटोग्राफ

ड्राइवर के चेताने के बाद भी कोटा कंट्रोल रूम में चलवाई ट्रेन, नतीजा तेज आंधी में उड़ा इंजन का पैंटोग्राफ, कोटा मंडल की पहली घटना
कोटा। न्यूज. कोटा मंडल के अरनेठा और कापरेन स्टेशनों के बीच मंगलवार को तेज आंधी से रेल इंजन का पैंटोग्राफ (ओएचई से करंट इंजन में सप्लाई करने वाला उपकरण) उखड़ गया। पैंटोग्राफ की चपेट में आने से बिजली के तारों (ओएचई) के कुछ उपकरण भी टूट गए। इस घटना के चलते डाउन लाइन करीब ढाई घंटे तक ठप रही।
अधिकारियों ने बताया कि एक मालगाड़ी कोटा से सवाई माधोपुर की ओर जा रही थी। दोपहर 3 बजे बाद आई तेज आंधी से दौड़ती मालगाड़ी के इंजन का पैंटोग्राफ पेडेस्टल सहित उखड़ गया। उखड़े पैंटोग्राफ की चपेट में आने से 4-5 कैंटीलेवर (तारों को पकड़कर रखने वाले उपकरण) और सामान भी टूट गए। कैंटीलेवर टूटने से बिजली के तार झूल गए। इसके बाद इंजन के ऊपर से पेंटाग्राफ नीचे अप लाइन पर गिर गया। इसके बाद मालगाड़ी भी रुक गई। मालगाड़ी करीब आधे घंटे तक मौके पर खड़ी रही। सूचना पर लाखेरी टीआरडी विभाग के कर्मचारी टावर वैगन से मौके पर पहुंच गए। इसके बाद इंजन के दूसरे पैंटोग्राफ से मालगाड़ी को कापरेन स्टेशन तक लाया गया। बाद में तारों की मरम्मत का काम शुरू किया गया। इसके चलते करीब ढाई घंटे तक डाउन लाइन पर रेल यातायात ठप रहा। इस दौरान बिलासपुर-भगत की कोठी को अपलाइन से निकाला गया।
बड़ी घटना टली
गनीमत रही कि इस हादसे से बड़ी घटना टल गई। अगर पेंटाग्राफ इंजन के नीचे नहीं गिरता तो बहुत सारे कैंटीलेवर और टूट सकते थे। साथ ही झूलता तार भी पेंटाग्राफ में उलझ कर टूट सकता था। इसके चलते रेल यातायात और अधिक समय तक ठप रह सकता था।
कंट्रोल रूम में जबरन चलवाई गाड़ी
सूत्रों ने बताया कि मालगाड़ी चालक गजेंद्र सिंह ने समय रहते तेज आंधी-तुफान की सूचना कोटा कंट्रोल रूम को दे दी थी। लेकिन मामले को हल्के में लेते हुए कंट्रोल रुम ने चालक को गाड़ी चलाते रहने के आदेश दिए थे। इसके बाद यह घटना हो गई।
कोटा मंडल की पहली घटना
तेज आंधी-तुफान से कई बार ओएचई के क्षतिग्रस्त होने के मामले तो सामने आते रहे हैं, लेकिन पैंटोग्राफ के इंजन से टूटकर अलग होने का मामला संभवत पहली बार सामने आया है। प्रशासन द्वारा मामले की जांच की जा रही है।