ट्रैकमेंटेनर में की सभी विभागीय परीक्षाओं में शामिल करने की मांग, रिकॉर्ड दो लाख कर्मचारियों ने किए ट्वीट – कोटा

ट्रैकमेंटेनर में की सभी विभागीय परीक्षाओं में शामिल करने की मांग, रिकॉर्ड दो लाख कर्मचारियों ने किए ट्वीट
कोटा।. पदोन्नति के लिए ट्रैकमेंटेनरों रेलवे की सभी विभागीय परीक्षाओं में शामिल करने की अपनी वर्षों पुरानी मांग फिर दोहराई है। इस मांग को लेकर रविवार को ट्रैकमेंटेनरों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, रेलवे बोर्ड अध्यक्ष, रेल मंत्रालय, तथा श्रम मंत्रालय को करीब दो लाख ट्वीट और रिट्वीट किए।
ऑल इंडिया रेलवे ट्रैकमैंटेनर यूनियन के राष्ट्रीय संगठन महासचिव अभयसिंह मीना ने बताया कि सुबह 9 से 12 बजे तक ट्रैकमैनों का ट्विटर ट्रेंड देश के टॉप 29 में रहा। शाम 5 बजते बजते एक लाख 98 हजार 629 ट्वीट और रिट्वीट हो गए। मीणा ने बताया कि रेलवे के इतिहास में यह पहला अवसर है जब किसी संगठन की मांग के इतनी बड़ी संख्या में ट्वीट और रिट्वीट हुए हो।
ट्रैकमैन एक पद से ही हो रहे सेवानिवृत
यूनियन पदाधिकारी मुकेश योगी ने बताया कि एक ही परीक्षा देकर भर्ती होने के बाद भी ट्रैकमैनों को पदोन्नति के अवसर नहीं मिलते हैं। पूरी जिंदगी नौकरी करने के बाद भी अधिकतर ट्रैकमेंटेनर इसी एक ही पद से सेवानिवृत्त हो जाते हैं। जबकि अन्य विभागों में भर्ती कर्मचारी 2-2 साल में प्रमोशन पाकर स्टेशन मास्टर, गार्ड, टीटीई और क्लार्क आदि पदों पर चले जाते हैं।
योगी ने बताया कि ट्रैकमैनो की मांग है कि विभागीय परीक्षाओ को सभी कर्मचारियों के लिए खोल देना चाहिए। इससे सभी को पदोन्नति के समान अवसर मिल सकेंगे।
कर्मचारी संगठनों को नहीं देंगे चंदा और वोट
यूनियन के पदाधिकारी रघुवीर गुर्जर ने बताया कि रेलवे बोर्ड इस नियम को लागू हुई करना चाहती है। इसके लिए बोर्ड कई बार दोनों मान्यता प्राप्त यूनियनों से सहमति भी मांग चुकी है। लेकिन मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठनों के राजी नहीं होने के कारण यह मामला अब तक अटका हुआ है।
गुर्जर ने बताया कि इसके विरोध में भी ट्रैकमेंटेनरों ने हैशटेग अभियान चलाया। इसमें एक लाख 53 हजार 983 कर्मचारियों ने ट्वीट और रीट्वीट किए। इसके जरिए ट्रैकमेंटेनरों चेताया कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो मानता प्राप्त सभी कर्मचारी संगठनों को चंदा और वोट देना बंद कर दिया जाएगा।