कोटा रेल मंडल के अंडर ब्रिजों में भरा पानी, लोगों को हो रही भारी परेशानी

कोटा रेल मंडल के अंडर ब्रिजों में भरा पानी, लोगों को हो रही भारी परेशानी
कोटा।  भारी बारिश के चलते कोटा रेल मंडल के तमाम अंडर ब्रिजों में पानी भर गया है। हालातों की गंभीरता का अंदाजा इस बात से आसानी से लगाया जा सकता है कि मंडल रेल अधिकारी अपनी कॉलोनी और कोटा स्टेशन के पास बने अंडर ब्रिज को भी पानी भरने से नहीं बचा सके। यह अधिकारियों और इंजीनियरों की कार्यप्रणाली का जीता जागता सबसे बड़ा नमूना है।
ऐसा भी नहीं है कि यह समस्या नई हो। कोटा रेल मंडल में पिछले 5-7 सालों से जब से अंडर ब्रिज बनने लगे हैं, यह समस्या लगातार सामने आ रही है। इसके बाद भी नए बनने वाले अंडर ब्रिजों में पानी निकासी का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। समस्या के प्रति अधिकारियों की उदासीनता का इससे बड़ा उदाहरण शायद ही कहीं देखने को मिले।
सांसदों तक कि नहीं सूनी रेलवे ने
ऐसा भी नहीं है कि यह मामला रेल प्रशासन के सामने नहीं आया हो। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित कोटा मंडल के तमाम सांसद इस समस्या से एक दो बार नहीं बल्कि दर्जनों बार रेल मंत्री तक को अवगत करा चुके हैं, लेकिन मामले का ठोस समाधान आज तक नहीं हो सका है। मामला बढ़ने पर मोटर पंप लगाकर पानी निकाल दिया जाता है। लेकिन कुछ दिन बाद समस्या फिर वैसी की वैसी हो जाती है।
ग्रामीण हो रहे परेशान
अंडर ब्रिज बनने के बाद रेलवे ने अपना फायदा देखते हुए क्रॉसिंग गेटों को पूरी तरह बंद कर दिया है। लेकिन गेट बंद होने और अंडर ब्रिजों में पानी भरने से विशेष तौर से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सैकड़ों गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। शहर से इन गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है। ऐसे में जनता की परेशानी को अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। रास्ते बंद होने से ग्रामीण बीमारों को शहर के अस्पतालों तक भी नहीं पहुंचा पा रहे हैं।
जान जोखिम में डालकर कर रहे पटरी पार
बहुत ज्यादा आपातकालीन स्थिति होने पर ग्रामीण रेल प्रक्रिया पार कर जा रहे हैं इससे ग्रामीणों की जान को गंभीर खतरा बना हुआ।