रेलवे अस्पताल में बढ़ाया डॉक्टरों का कार्यकाल

रेलवे अस्पताल में बढ़ाया डॉक्टरों का कार्यकाल
कोटा। न्यूज़. रेलवे अस्पताल में संविदा पर लगे कई डॉक्टरों का कार्यकाल बढ़ाया गया है। मामले में खास बात यह है कि रेलवे के पास विशेषक होते हुए भी कई संविदा डॉक्टरों का कार्यकाल बढ़ाया गया है।
रेलवे द्वारा जारी आदेशों के अनुसार नाक-कान और गले (ईएनटी) के डॉक्टर विक्रांत माथुर का कार्यकाल लगातार 11वीं बार बढ़ाया गया है। जबकि अस्पताल में ईएनटी की डॉक्टर निर्मला गुप्ता मौजूद है। इससे पहले भी अस्पताल में रेलवे के ईएनटीके डॉक्टर मौजूद रहे हैं। इसके बाद भी ईएनटी के डॉक्टरों का कार्यकाल लगातार बढ़ाया जाता रहा है। विक्रांत सप्ताह में 6 दिन रोजाना 2 घंटे अपनी सेवाएं देंगे।
इसी तरह सुधा अस्पताल के मालिक राजेंद्र कुमार अग्रवाल का कार्यकाल भी लगातार 12वीं बार बढ़ाया गया है। अग्रवाल सर्जन के रूप में 4 दिन तक रोजाना 2 घंटे अपनी सेवाएं देंगे। हालांकि यह 4 दिन कौन से होंगे रेलवे ने इसका खुलासा कभी नहीं किया। अभी भी इस बात का कोई जिक्र नहीं है।
इसी तरह हड्डी के डॉक्टर गौरव रोहतगी का कार्यकाल भी लगातार 13वीं बार बढ़ाया गया है। जबकि रेलवे के डॉ श्रीनुज गोयल हड्डी विशेषज्ञ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि अनुज अभी ट्रेनिंग पर गए हैं। गोयल सप्ताह में 6 दिन रोजाना 4 घंटे अपनी सेवाएं देंगे।
इसी तरह गंगापुर के हड्डी रोग विशेषज्ञ मुकेश चंद्र गोयल का कार्यकाल भी छठी बार बढ़ाया गया है। इन सब का कार्यकाल जून में खत्म हो गया था। अब अगले साल जून तक यह अपनी सेवाएं देंगे।
कोरोना में लगे डॉक्टरों का भी बढ़ाया समय
इसी तरह कोरोना काल में लगे तीन डॉक्टरों का समय भी बढ़ाया गया है। इसके अलावा कोरोना काल में लगे नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ भी अभी मौजूद है। जबकि पिछले करीब 3-4 महीने से रेलवे अस्पताल में कोरोना का एक भी मरीज नहीं है।
10 साल से नहीं त्वचा रोग विशेषक
कर्मचारियों ने बताया कि रेलवे अस्पताल में पिछले करीब 10 सालों से त्वचा रोग विशेषज्ञ नहीं है। स्किन विशेषज्ञ की जगह प्रशासन उन डॉक्टरों की भर्ती कर रहा है जो रेलवे के पास पहले से मौजूद हैं। कर्मचारियों ने बताया कि इसी तरह कोटा में बच्चों का डॉक्टर नहीं है। जबकि गंगापुर में बच्चों के दो डॉक्टर हैं। इसी तरह अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ भी नहीं हैं। करीब 9 महीने पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गुंजन यादव की नियुक्ति हुई थी। पिछले करीब तीन महीने से गुंजन भी गायब हैं।
सीनियर डीपीओ का हुआ स्थानांतरण
वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी (सीनियर डीपीओ) सुबोध विश्वकर्मा का स्थानांतरण हो गया है। सुबोध अब रेलवे बोर्ड में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं देंगे। सुबोध की जगह फिलहाल किसी को नियुक्त नहीं किया गया है।
यादव बने सीनियर कोऑर्डिनेट
इसी तरह संजय यादव वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) बनाए गए हैं। संजय ने शुक्रवार को अपना कार्यकाल ग्रहण कर लिया। संजय हरीश कुमार की जगह नियुक्त हुए हैं। हरीश को कोटा में ही ब्रिज विभाग में केएल मीणा की जगह नियुक्ति दी गई है। हरीश इस पद पर करीब एक साल तक रहे। मीणा का स्थानांतरण जबलपुर मुख्यालय हुआ है।
ओबीसी रेलवे एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन ने डीआरएम ऑफिस पहुंचकर संजय यादव को

बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।