कोटा रेल मंडल में मचा हड़कंप, खबर का स्रोत तलाशते रहे अधिकारी, मथुरा के पास मालगाड़ी गिरने का मामला
कोटा। मथुरा-पलवल के बीच मालगाड़ी गिरने में कोटा रेल मंडल की गलती सामने आने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। अधिकारी दिनभर खबर का स्त्रोत तलाशते में जुटे रहे। मामला सामने आने पर जबलपुर मुख्यालय और आगरा रेल मंडल के अधिकारी भी सच्चाई जानने की कोशिश करते नजर आए। यह मामला दिन भर अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। खबर के प्रति काफी उत्सुक अधिकारी और कर्मचारी दिन भर एक दूसरे से मामले की जानकारी लेते नजर आए। अधिकारियों और कर्मचारियों ने भरतपुर से भी मामले की जानकारी लेने की कोशिश की। लेकिन वहां के कर्मचारियों द्वारा ऐसी किसी गलती से साफ इनकार किया जाता रहा। सूत्रों ने बताया कि फिलहाल किसी भी अधिकारी ने भरतपुर पहुंचकर मामले की सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की है। संभवत सोमवार को अधिकारी घटना की जानकारी लेने के लिए भरतपुर पहुंचे।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि भूतेश्वर और वृंदावन के बीच शुक्रवार रात को एक मालगाड़ी बेपटरी हो गई थी। इसके चलते यह रेलमार्ग 24 घंटे ठप रहा था। इस दौरान सैकड़ों गाड़ियों को परिवर्तित मार्ग से चलाया गया। दर्जनों गाड़ियों को रद्द किया गया। बड़ी संख्या में गाड़ियां को घंटों देरी से चलाया गया। इस घटना के चलते रविवार को भी रेल यातायात पूरी तरह सामान्य नहीं हो सका। इसके चलते रेलवे को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
आगरा रेल मंडल द्वारा मामले की जांच की जा रही है। लेकिन अभी तक घटना के ठोस कारणों का पता नहीं चल सका है।
भरतपुर में दिखी थी चिंगारी
घटना वाली रात भरतपुर स्टाफ को इस मालगाड़ी के पहियों के पास चिंगारी नजर आई थी इस घटना को भरतपुर में रजिस्टर में भी नोट किया गया था। टावर वैगन कंट्रोल पुरे मामले की जानकारी दी गई थी। कंट्रोल द्वारा धौरमुई स्टेशन पर भी घटना को नोट कराया गया था। लेकिन इतना सब कुछ होने के बाद भी मालगाड़ी को रोकना जरूरी नहीं समझा गया। इसके चलत आगे जाकर मालगाड़ी पटरी से उतर गई।