बीट कांस्टेबल की मेहनत से पकड़ी गई अवैध अफीम का खेती मलारना चौड़

बीट कांस्टेबल की मेहनत से पकड़ी गई अवैध अफीम का खेती

मलारना चौड़

भाडोती कस्बे के समीप भारजा नदी के काँच झोपड़ी गांव में बीट कांस्टेबल की मेहनत से पकड़ी गई ढाई बीघा अफीम की खेती। बीट कांस्टेबल नरेंद्र ने बताया कि भारजा नदी में हथकढ़ शराब की सूचना मिली जिस पर कार्रवाई को लेकर बीट कांस्टेबल नरेंद्र द्वारा लगातार गांव में दबिश दी गई लेकिन हथकढ़ शराब वालों को इसकी सूचना मिल गई थी जिस पर हथकढ़ शराब वालों ने अपना कारोबार बंद कर रखा था लेकिन कांस्टेबल द्वारा लगातार पिछले 8 दिनों से गांव गांव में आना-जाना रहा इस दौरान एक चाय की दुकान पर खेत मालिक रोज कहता था गाड़ी लेनी है गाड़ी कौन सी लेकर आऊं इस पर किसी दूसरे व्यक्ति को संदेह हुआ। और खेत के बारे में उसे जानकारी प्राप्त हुई। इसकी जानकारी बीट कांस्टेबल को दी। बीट कांस्टेबल द्वारा लगातार आठ दिनों तक खेत को ढूंढता रहा आखिरकार कांस्टेबल को सफलता हासिल लगी। और कांस्टेबल द्वारा खेत में लगे अफीम के फसल की फोटो लेकर उच्च अधिकारी को पुष्टि के लिए भेजी पुष्टि होने के पश्चात उच्च अधिकारी जिला एसपी को इसके बारे में जानकारी दी। जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने तुरंत निर्देश देते हुए एक टीम गठित की गई जिसमें डीएसटी टीम लक्ष्मण एवं कांस्टेबल नरेंद्र सहित मलारना डूंगर थाना एवं भाडोती चौकी इंचार्ज 2 दिन के नेतृत्व में टीम गठित कर भारजा नदी टेक की झोपड़ी गांव में कांस्टेबल द्वारा की गई 8 दिनों में अफीम की खेती वाले स्थान पर पहुंचे। और वहां पर बड़ी मात्रा में करीब ढाई बीघा खेत में अफीम की खेती होना पाया गया।
खेत के चारों तरफ सोफ लगाकर की गई अफीम की खेती
प्राप्त जानकारी के अनुसार भारजा नदी के कांच की झोपड़ी गांव में अफीम की खेती करने वाला शातिर ऋषिकेश द्वारा खेत के चारों तरफ सोफ की फसल लगा दी एक तरफ आरेड़ की खेती एवं अमरूदों के बबीट कांस्टेबल की मेहनत से पकड़ी गई अवैध अफीम का खेती
भाड़ौती। भाडोती कस्बे के समीप भारजा नदी के काँच झोपड़ी गांव में बीट कांस्टेबल की मेहनत से पकड़ी गई ढाई बीघा अफीम की खेती। बीट कांस्टेबल नरेंद्र ने बताया कि भारजा नदी में हथकढ़ शराब की सूचना मिली जिस पर कार्रवाई को लेकर बीट कांस्टेबल नरेंद्र द्वारा लगातार गांव में दबिश दी गई लेकिन हथकढ़ शराब वालों को इसकी सूचना मिल गई थी जिस पर हथकढ़ शराब वालों ने अपना कारोबार बंद कर रखा था लेकिन कांस्टेबल द्वारा लगातार पिछले 8 दिनों से गांव गांव में आना-जाना रहा इस दौरान एक चाय की दुकान पर खेत मालिक रोज कहता था गाड़ी लेनी है गाड़ी कौन सी लेकर आऊं इस पर किसी दूसरे व्यक्ति को संदेह हुआ। और खेत के बारे में उसे जानकारी प्राप्त हुई। इसकी जानकारी बीट कांस्टेबल को दी। बीट कांस्टेबल द्वारा लगातार आठ दिनों तक खेत को ढूंढता रहा आखिरकार कांस्टेबल को सफलता हासिल लगी। और कांस्टेबल द्वारा खेत में लगे अफीम के फसल की फोटो लेकर उच्च अधिकारी को पुष्टि के लिए भेजी पुष्टि होने के पश्चात उच्च अधिकारी जिला एसपी को इसके बारे में जानकारी दी। जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने तुरंत निर्देश देते हुए एक टीम गठित की गई जिसमें डीएसटी टीम लक्ष्मण एवं कांस्टेबल नरेंद्र सहित मलारना डूंगर थाना एवं भाडोती चौकी इंचार्ज 2 दिन के नेतृत्व में टीम गठित कर भारजा नदी टेक की झोपड़ी गांव में कांस्टेबल द्वारा की गई 8 दिनों में अफीम की खेती वाले स्थान पर पहुंचे। और वहां पर बड़ी मात्रा में करीब ढाई बीघा खेत में अफीम की खेती होना पाया गया।
खेत के चारों तरफ सोफ लगाकर की गई अफीम की खेती
प्राप्त जानकारी के अनुसार भारजा नदी के कांच की झोपड़ी गांव में अफीम की खेती करने वाला शातिर ऋषिकेश द्वारा खेत के चारों तरफ सोफ की फसल लगा दी एक तरफ आरेड़ की खेती एवं अमरूदों के बगीचे में अफीम की खेती फल फूल रही थी आरोपी द्वारा अफीम की खेती का भी सौदा हो गया था लेकिन सोदेबाज एवं आरोपी के सौदे में नहीं बनी उससे पहले पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम दे दिया और आरोपी फरार हो गया।