कोविड टीकाकरण में लापरवाही बरतने पर पीलोदा सीएचसी प्रभारी एपीओ

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित
कोविड टीकाकरण में लापरवाही बरतने पर पीलोदा सीएचसी प्रभारी एपीओ
सवाई माधोपुर  जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में रविवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित हुई। जिसमें कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को नीति आयोग के 23 बिंदुओं के आधार पर चिकित्सा सेवाओं में गुणात्मक सुधार कर समय पर रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिये जिससे जिले की रैंकिंग में सुधार हो सके।
कलेक्टर ने जिले में कोविड-19 के टीकाकरण कार्य की प्रगति समीक्षा करते हुए पीलोदा स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी को लापरवाही बरतने पर एपीओ करने के निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के संबंध में लोगों में किसी प्रकार का भ्रम नहीं रहे, लोगों को समझाया जाए कि टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने कोविड-19 के टीकाकरण कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाष्त नहीं करने की बात कही। कलेक्टर ने ब्लाॅक एवं टीकाकरण केन्द्र वार प्रगति की समीक्षा की।उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण कई राज्यों एवं जिलों में बढने लगा है। सरकार ने केरल, महाराष्ट्र के साथ ही पंजाब, गुजरात, हरियाणा, मध्यप्रदेष आदि प्रदेष से आने वाले यात्रियों की 72 घंटे पूर्व की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया हैै।
कलेक्टर ने जिले में घटते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पीसीपीएनडीटी का कार्य संतोषजनक नहीं है। इस क्षेत्र में सभी मिलकर कार्य करें। कलेक्टर ने आयुष्मान भारत महात्मा गाँधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के संबंध में भी लोगों को जानकारी देने तथा इससे लाभांवित करने के निर्देष दिए। कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सालयों में निषुल्क जांच एवं निषुल्क दवा योजना को मरीजों को पूरा लाभ मिलना चाहिए। जांच करने वाले कार्मिक लेब टेक्निषियन, रेडियोग्राफर को अस्पताल में शाम पांच बजे तक उपस्थित रखने के संबंध में भी निर्देष दिए।
उन्होंने न्यून प्रगति वाले चिकित्सा अधिकारियो को नोटिस देने के निर्देश भी दिए। जननी सुरक्षा योजना में लाभांवितो को मिलने वाली राशि का भुगतान समय पर करने तथा इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
कई स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी लक्ष्य के मुकाबले नगण्य डिलीवरी होने पर नाराजगी जताई और प्रभारी अधिकारी को प्रगति सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि टीकाकरण, आयरन-फोलिक एसिड की दवा देने, रक्त जांच एवं अन्य स्वास्थ्य जांच का कार्य समय पर पूरा करते हुए लक्ष्य प्राप्त करें। जिला कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण के मामले में पीछे रहने वाले स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारियों की निरंतर मॉनिटरिंग कर स्थिति में सुधार लाने के निर्देश दिए। इसी तरह अच्छे प्रदर्शन के लिए कुछ केन्द्रों के कार्यों की सराहना की।
बैठक में मिसाल रैंकिंग में टीकाकरण, एएनसी रजिस्ट्रेशन पूर्ण टीकाकरण, चाइल्ड हेल्थ, एनसीडी, पीसीटीएस, ओपीडी, परिवार कल्याण आदि कार्यक्रमों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में सीएमएचओ, सभी बीसीएमएचओ, डीपीएम सुधीन्द्र, नवल किशोर सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी मौजूद थे।