रास्ते को लेकर महिलाओं ने रोक सीआरएस का रास्ता, लाल झंडी लगाकर बैठी पटरियों पर-गंगापुर सिटी

रास्ते को लेकर महिलाओं ने रोक सीआरएस का रास्ता, लाल झंडी लगाकर बैठी पटरियों पर

पुलिस,आरपीएफ व जीआरपी ने महिलाओं को काफी समझाया,लेकिन चार घंटे बाद रेलवे के अधिकारियों ने आश्वासन देने पर ही रेलवे लाइन से हटी
 गंगापुर सिटी
मुख्य सरंक्षा आयुक्त (सीआरएस) आरके शर्मा व जयपुर मंडल की डीआरएम मंजूशा जैन मंगलवार को गंगापुर-दौसा रेल लाइन का निरीक्षण करने मंगलवार को सुबह आठ बजे यहां रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। इस दौरान मुख्य सरंक्षा आयुक्त (सीआरएस) सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर रेलवे के सभी विभागों के अधिकारियों ट्रॉली में बैठकर पिपलाई के लिए रवाना हुए।इससे पहले रीको क्षेत्र  सैनिक कॉलोनी वार्ड नंबर-45 की महिलाओं पटरी बिछने के बाद उनका रास्ता बंद हो जाने का विरोध को लेकर वह रेलवे लाइन पर लाल झंडा लेकर बैठ गई। महिलाओं का कहना है कि पटरी बिछाने से उनका आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है। महिलाएं यहां से रास्ता देने की मांग कर रेलवे अधिकारियों के खिलाफ नारेवाजी करते रहे। बाद मे मुख्य सरंक्षा आयुक्त (सीआरएस) व जयपुर की डीआरएम को इसकी भनक लगने के बाद उन्होंने रेलवे ट्रॉली से करौली रेलवे फाटक व रीको क्षेत्र के पास निरीक्षण करते रहे। इस दौरान महिलाएं लगभग चार घंटे तक रेलवे लाइन से नहीं उठी तो बाद में मुख्य सरंक्षा आयुक्त (सीआरएस) की ट्रॉली रीकों क्षेत्र पर पहंचने के बाद रेलवे के अधिकारियों ने महिलाओं को रास्ता दिलाने का 15 दिन का समय देने के बाद वह राजी हो गई।इससे पूर्व दूसरी ओर नबिता वर्मा का कहना था कि उनका प्लाट में से रेलवे ने जमीन का मुआवजा उन्हें नहीं मिला है। उनका मुआवजा रीको ने 2015 में दो करोड 30 लाख रुपए उठा लिया था। इस वजह से उन्होंने सैनिक कॉलोनी का रास्ता बंद कर दिया। उनका कहना था कि उनका मुआवजा उन्हें दिलाया जाए। इस पर तहसीलदार व रेलवे के अधिकारियों ने उसे भी आश् वासन दिया कि एसडीएम से बात करने के बाद मुआवजा देने का आश् वासन दिया गया।शर्मा का पिपलाई तक करीब 25 किलोमीटर रेलखंड के दौरा का कार्यक्रम था स्टेशन ट्रेन से पहुंचे शर्मा गंगापुर से ट्रॉली पिपलाई के लिए हुए रवाना हुए। लेकिन करीब तीन किलोमीटर दूर पहुंचने पर शर्मा को बड़ी संख्या में महिलाएं पटरी पर बैठी मिली। लालझंडी लगाए बैठी महिलाएं रेलवे के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रही थीं। शर्मा के पूछने पर अधिकारियों ने बताया कि यह महिलाएं पास ही कि रिको क्षेत्र सैनिक कॉलोनी वार्ड नंबर-45 की हैं। लंबे समय से यह महिलाएं यहां पटरी बिछने के बाद उनका रास्ता बंद हो जाने का विरोध कर रही है। महिलाओं का कहना है कि पटरी बिछाने से उनका आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है। महिलाएं यहां से रास्ता देने की मांग कर रही हैं। सूचना मिलने पर उदेई मोड थाना पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल(आरपीएफ) व जीआरपी पुलिस ने भी उन्हें समझाईश की लेकिन वह नहीं उठी। तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। लेकिन कौशिश के बाद भी महिलाएं पटरी से नहीं उठी। इसके चलते शर्मा सुबह 9 बजकर 50 मिनट पर गंगापुर से दोपहर 12 बजे तक रास्ते में ही अटने से उन्होंने गंगापुर रेलवे यार्ड,करौली फाटक  व रीका क्षेत्र के आस-पास की रेलवे लाइनों कें पॉईट सहित गुमाऊ मार्ग की जांच पड़ताल की। बाद में एक बजे महिलाओं के जाम हटानें के बाद पिपलाई के लिए रवाना हो गए। 20 की स्पीट से चलाई सीआरएस स्पेशल ट्रेन सीआरएस स्पेशल ट्रेन को गंगापुर सिटी रेलवे स्टेशन से दो बजकर 50 मिनट पर पिपलाई के लिए रवाना हुई। जो कि शाम को 6 बजकर 30 मिनट पर पीपलाई पहुंची। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन की स्पीट 20 होने से व सभी लाइनों को जगह-जगह ट्रेन को रोककर देखते हुए ट्रेन लगभग चार घंटे में यानी शाम साढे छह बजे पहुंची। हर जगह ट्रेन को खड़ी करके लाइनों के पॉइट, जोड और धुमाऊ मोड, पुल आदि की जांचे की गई। सीआरएस के साथ जयपुर मंडल की डीआरएम सहित रेलवे के विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों और कोटा मंडल के कई रेल अधिकारियों ीाी शामिल थे।