शिवाड़ में शिवरात्री मेला शुरू, उमड़े भगवान भोले के भक्त शिवाड़

शिवाड़ में शिवरात्री मेला शुरू, उमड़े भगवान भोले के भक्त
शिवाड़ 11 मार्च। घुश्मेश्वर द्वादश्वाँ ज्योतिर्लिंग महादेव का पाॅच दिवसीय लक्खी मेले का शुभारम्भ 11 मार्च को शौभायात्रा व ध्वजारोहण के साथ हुआ। गुरूवार को दिन भर पैदल यात्रियो की भीड़ व दूर दराज से आने वाले यात्रियों के साधनो से मार्ग में जन सैलाब नजर आया।
ट्रस्ट अध्यक्ष प्रेम प्रकाश शर्मा ने बताया कि गुरूवार दोपहर 12 बजे गौतम आश्रम से मुख्य अतिथि संघ अध्यक्ष शिवलहरी, विशिष्ठ अतिथि राजेन्द्र पराणा जिला भाजपा अध्यक्ष टोंक, मनीष दास महाराज निवाई व हरदेव अर्जुन ज्योतिषाचार्य ने शौभायात्रा का शुभारम्भ किया। शर्मा ने बताया कि इससे पुर्व मुख्य अतिथि शिवलहरी विशिष्ठ मनीष दास महाराज, राजेन्द्र पराणा, हरदेव ज्योतिषाचार्य एवं आने वाले अतिथियो का माला साफा व दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। शौभायात्रा के आगे आगे बैण्ड बाजो की मधुर धुनो पर उत्साही महिलाएॅ पुरूष नाचते गाते चल रहे थे। शौभायात्रा का जगह जगह व्यापारियो व सामाजिक संगठनो द्वारा पुष्प वर्षा कर ठण्डा पेयजल पिलाकर स्वागत कर रहे थे। शौभायात्रा घुश्मेश्वर मन्दिर पहुॅचने के बाद मन्दिर प्रांगण मे शास्त्री सुरेश चन्द दुब्बे व पंडित सत्यनारायण शर्मा ने मन्त्रोच्चार के साथ ध्वज का पुजन कर मेले का शुभारम्भ किया। शौभायात्रा के दौरान चैथ का बरवाड़ा एस.डी.एम., तहसीलदार सुरेश चन्द बैरवा, पुलिस उपाधीक्षक राजेश राजौरा, थाना प्रभारी हरेन्द्र सिंह चैकी प्रभारी दोलत सिंह सहित पुलिस जाप्ता मुख्य बाजार, मैला मेदान मन्दिर परिसर क्षेत्र में नजर रखे हुऐ थे। इस दौरान थाना प्रभारी कोरोना गाईड लाईन का पालन करने की सलाह व मास्क लगाने व दुरी बनाऐ रखने के बारे मे कहते नजर आये।
मन्दिर पुजारी शिवचरण पाराशर व शशि पाराशर द्वारा भोले बाबा के गर्भगृह सहित सभी मंदिरो मे मन मोहने वाली फुल बंगला झांकी सजाई गई। घुश्मेश्वर मन्दिर प्रंागण मे बुधवार रात्रि को विशेष भजन संध्या का कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने भगवान शंकर की प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर घुश्मेश्वर ट्रस्ट पदाधिकारियो ने मुख्य अतिथि का माला साफा पहना कर स्मृति चिन्ह भेट कर स्वागत किया। भजन संध्या का शुभारम्भ गणेश वंदना के साथ किया गया।
शिवरात्रि महोत्सव पर घुश्मेश्वर मन्दिर परिसर व धर्मशाला रोशनी से जगमगा रही है। वही देवगिरी पर्वत दुधिया रोशनी से चमचमाता अपनी छटाऐ बिखेरता हुआ दूर से दुल्हन की तरह दिखाई दे रहा है। भोले के आने वाले भक्तो की भीड के कारण सभी धर्मशालाओ मे कोई कमरा खाली नही है। ऐसे मे दो दिनो से श्रद्वालुओ को धर्मशाला कमरो के बाहर बरामदो मे बसेरा करना पड़ा।