जनता कफ्र्यू लगा कोरोना से जंग का किया था ऐलान,लापरवाही से जीती बाजी नहीं हार जाएं मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग की सावधानी नहीं बरती तो फिर हो सकता है संक्रमित-गंगापुर सिटी

कोरोना का एक साल

जनता कफ्र्यू लगा कोरोना से जंग का किया था ऐलान,लापरवाही से जीती बाजी नहीं हार जाएं मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग की सावधानी नहीं बरती तो फिर हो सकता है संक्रमित-गंगापुर सिटी
कोरोना संक्रमण की दहशत में एक साल पूर्व हो गया है। सरकार ने एक साल पहले 22 मार्च को जनता कफ्र्यू लगा कर कोरोना वायरस का ऐलान किया था। और दूसरे दिन लोग डाउन कर दिया था। गंगापुर सिटी मैं 7 अप्रैल को पहला कोरोना का केस एक साथ 5 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया था। जिसमें गंगापुर सालोदा में दो और वसुंधरा कॉलोनी 3 जनों की संक्रमित होने की रिपोर्ट आने के बाद सहम सा गया था।
7 महीने कोरोला के चरण पर होने के बावजूद हमने घरों में रहकर और मांस्क लगाने की सावधानी बरती तो हम कोरोना से जंग जीतने में सफल हो गए। लेकिन अब लापरवाही जीती हुई बाजी को हरा सकती है।अभी बाजार और सरकारी कार्यालयों में नो मास्क नो एंट्री को बोर्ड तो लगाए हुए है, लेकिन लोग मास्क लगाने में लापरवाही बरत रहे है। जो गलत है। गंगापुर में करीब 1 साल में अब तक 700 से अधिक कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके। हालांकि राहत की बात यह रही कि गंगापुर सिटी उपखंड में संक्रमितों में से करीब सभी भर्ती कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके थे। नए साल मैं कोरोना के हालात पूरी तरह सुधर गए लेकिन मार्च में अब महाराष्ट्र केरल गुजरात पंजाब हरियाणा एवं मध्य प्रदेश से नए स्टैंड के मरीजों ने फिर से कोरोना का संकट बढ़ा दिया है। अब हम कैसे मांस्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचेंग,े तो यही सावधानी करोना के नए संक्रमण से बचा सकती है। साथ ही 60 से अधिक उम्र और 45 से अधिक उम्र के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोग कोरोना से सुरक्षा के लिए टीका लगवाएं। क्योंकि एक साल में कोरोना बुजुर्ग और गंभीर मरीजों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक रहा है गंगापुर में एक दर्जन से अधिक कोरोना से मौत के मामलों में सर्वाधिक ऐसे ही लोग रहे है।
ब्लॉक सीएमएचओ डॉ बत्तीलाल मीणा व सामान्य चिकित्सालय के ब्लड बैक प्रभारी डॉ. बिजेन्द्र कुमार गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 बचाव के लिए लाभार्थी तत्काल टीके लगवाए, भीड़ नहीं करें,और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर नहीं जाएं। घर से मास्क लगाकर ही बाहर निकले सार्वजनिक स्थानों पर जाने की स्थिति में हाथों को सेंट्रलाइजर करें या साबुन से धोएं। लक्षण दिखने पर मनमर्जी या केमिस्ट से दवा नहीं ले तुरंत परिजनों से दूरी बनाने के साथ डॉक्टर से परामर्श लें और कोरोना की जांच कराएं। कोरोना टीका के लाभार्थी अफवाहों पर ध्यान नहीं दें पहले यह सोच रहे थे कि  वैक्सीन आएगी तो कोरोना को जड़ से मिटा देंगे। लेकिन वैक्सीन आ गई तो अब लोग लगवाने से बच रहे हैं। यह साइंटिफिक आधार पूरे परीक्षण के बाद उपयोग में लिया गया है। इसलिए डरने की जरूरत नहीं है। तभी हम बस सकते है। क्योंकि नए स्ट्रेन ने संकट बढ़ा दिया है सावधानी ही बचाव है।