बौंली में नहीं सुधर रही पेयजलापूर्ति

बौंली में नहीं सुधर रही पेयजलापूर्ति
एक दिवस अंतराल की जलापूर्ति पूरी तरह फेल, दो दिन में भी समय से नहीं मिल रहा पर्याप्त पेयजल
बौंली 24 मार्च। यहां प्रशासनिक एवं विभागीय उच्चाधिकारियों की अनदेखी से उपखंड मुख्यालय की विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था में सुधार नहीं होने से आमजन में रोष पनपा हुआ है। समय से बिजली व पानी की आपूर्ति नहीं होने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
बौंली मुख्यालय पर एक दिवस अंतराल की जलापूर्ति सर्दियों के दिनों से ही फेल चल रही है व अब गर्मी की शुरुआत के साथ ही हालात इस कदर बिगड़े हुए है कि लोगों को दो दिवस के अंतराल पर भी 15 मिनट का पेयजल समय से सुलभ नहीं हो पा रहा है। जलदाय विभाग द्वारा जलापूर्ति का कोई निर्धारित समय नहीं होता है वे कभी सुबह तो कभी दोपहर को व कभी देर शाम जलापूर्ति करते हैं। ऐसी स्थिति में लोग अपने घर नहीं छोड़ पाते फिर भी उनको पूरा पेयजल नहीं मिल पाता। शौचालय व अन्य दैनिक कार्यों के लिए तो उन्हें हैंडपंपों के खारे पानी से ही काम चलाना पड़ता है।
हालात यह है कि अन्य दिनों की भांति बुधवार को भी झरझरी बाग जोन की करीब सात व सी डब्ल्यू आर जोन की तीन सप्लाई प्रभावित रही। इस प्रकार प्रतिदिन किसी न किसी जोन की सप्लाईयां बाधित चलती रहती है व जलदाय विभाग के स्थानीय कार्मिक आगे से पानी की कमी का बहाना बनाकर पल्ला झाड़ लेते हैं। उपभोक्ता सुबह से शाम तक नल से पानी आने के इंतजार में बैठे रहते हैं। वे जरुरी काम से भी घर नहीं छोड़ पाते व न हीं सकून से अपना काम कर पाते। महिलाओं को बहुत ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है।
उच्चाधिकारियों को इन हालातों की कोई जानकारी नहीं होती है। इस अव्यवस्था के बारे में जब जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता कैलाश गुप्ता से जानकारी की गई तो उन्होंने यहां के हालातों को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की व एक दो दिवस में बौंली मुख्यालय पहुंच हालातों की जानकारी कर व्यवस्था सुधारने की बात कही। ऐसे ही जब उपखंडअधिकारी बद्रीनारायण मीणा को अवगत कराया तो उन्होंने भी यहां के हालातों से अपनी अनभिज्ञता जाहिर की व बिजली-पानी महकमे के अधिकारियों को बुलाकर बात करने की बात कही।
यह भी उल्लेखनीय है कि सरकार के निर्देश पर उपखंड व जिला मुख्यालयों पर प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में विभागीय अधिकारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठकें भी होती है।
आमजन बिजली व पानी की समस्या से बुरी तरह जूझ रहा है जबकि जनप्रतिनिधि व शासन प्रशासन में बैठने वाले आंख मूंदे हुए हैं।
उपभोक्ताओं का कहना है कि यहां पेयजल की स्थिति तो बिगड़ी हुई है ही बिजली की भी स्थिति ऐसी ही बनी हुई है। दिन में बार बार बिजली की आंख मिचैली का खेल चलता ही रहता है।
लोगों का कहना है कि जलदाय विभाग एक दिवस के अंतराल पर जलापूर्ति नहीं कर सकता तो वह पूर्व की भांति दो दिवस के अंतराल पर निर्धारित समय पर आधा घंटा की जलापूर्ति कर दे तो उनका समय भी खराब नहीं होगा व समय से पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। बार-बार होने वाली बिजली की आंख मिचैली पर विराम लगाने के भी प्रयास किए जाएं।