मॉक ड्रिल कर जांची रेलकर्मचारियों की सतर्कता-गंगापुर सिटी

मॉक ड्रिल कर जांची रेलकर्मचारियों की सतर्कता

टाबर बैगन से टकराने की रची कहानी-गंगापुर सिटी
दिल्ली मुंबई रेलमार्ग पर पीलोदा व श्रीमहावीरजी रेलवे स्टेशन के बीच सोमवार शनिवार रेलवे प्रशासन ने रेल अधिकारियों व कर्मचारियों की सतर्कता जांचने के लिए मॉक ड्रिल की। गंगापुर सिटी रेलवे लॉबी पर शाम साढ़े चार बजे हूटर बजने पर रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। सभी संबंधित कर्मचारी कैरिज में खड़ी मेडिकल वेन व दुर्घटना राहत वेन पर पहुंचे। अधिकारी व कर्मचारियों की भीड़ देखकर काफी संख्या में शहर के लोग भी वहां जमा हो गए। बाद में स्टेशन उपअधीक्षक ने स्टेशन पर डाउन लाइन पर साइड में खड़ा इंजन को मेडिकल वेन में लगाया और 20 मिनट में अधिकारी व कर्मचारी घटना स्थल के लिए रवाना हो गए। इसी के साथ दुर्घटना राहत वेन में अधिकारियों का मैसेज आया कि एक्सीडेन्ट नहीं यह केवल मॉक ड्रिल हुई है। बाद में इंजन को दुर्घटना राहत वेन से काटकर वापस रेलवे स्टेशन के पास खड़ा कर दिया गया।
कई जने घायल होने की रची कहानी:
रेलवे ने रेलवे स्टेशनपीलोदा व श्रीमहावीरजी सेक्शन के रेलवे क्रॉसिंग गेट नंबर 190 पर टावर बैगन की टक्कर की कहानी रची। इस दुर्घटना में टावर बैगन की टक्कर से कई जने घायल होना बताया गया। शाम साढ़े चार बजे रेलवे लॉबी पर लगे हूटर बजाया गया। कुछ ही समय में मेडिकल रिलीफ वेन स्टाफ, रेलवे के अधिकारी, कर्मचारी, चिकित्सा टीम व आरपीएफ, जीआरपी के जवान ट्रेन में सवार होकर मौके के लिए रवाना हुए।
पीलोदा रेलवे स्टेशन पर किया मॉक ड्रिल
रेलवे के वरिष्ठ विद्युत इंजीनियर मोहनसिंह मीना ने पीलोदा व श्रीमहावीरजी पहुंचने के बाद कहा कि पीलोदा रेलवे स्टेशन पर कोई टावर बैगन की टक्कर से कई लोग घायल हो गए हैं। इस पर मेडिकल वाहन में चिकित्सक व रेलवे के अधिकारी पीलोदा रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए और चिकित्सा टीम ने टेंट लगाकर कैसे इलाज करते है, इसका अभ्यास किया। इस दौरान डॉ. सत्यवीर सिंह डूडी आदि चिकित्सकों ने कर्मचारियों की मेडिकल जांच की।
सतर्कता जांचने के लिए मॉक ड्रिल
रेलवे के वरिष्ठ विद्युत अभियंता ने बताया कि रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों की सतर्कता जांचने के लिए प्रत्येक तीन माह में मॉक ड्रिल होती है। इसमें यह देखा जाता है है कि कर्मचारी व अधिकारी समय पर रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं या नहीं। मेडिकल रिलीफ वेन व एआरटी समय पर पहुंची या नहीं। मॉक ड्रिल में कर्मचारियों की सतर्कता का पता लगने के साथ ही उपकरणों का उपयोग भी होता है।