सामान्य चिकित्सालय में दो घंटे नेट का सर्वर डाउन कार्मिको ने हाथ से काटी पर्चिया-गंगापुर सिटी

सामान्य चिकित्सालय में दो घंटे नेट का सर्वर डाउन कार्मिको ने हाथ से काटी पर्चिया-गंगापुर सिटी

अस्पताल प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान,मरीज रोज होतें परेशान-गंगापुर सिटी

सामान्य चिकित्सालय में पर्ची काटने के दौरान सर्वर डाउन होना भी आम बात हो गई है। शुक्रवार सुबह आठ बजे आउटडोर की पर्ची काउंटर पर सर्वर डाउन हो जाने से मरीजों की लंबी कतार लग गई। जिससे मरीजों को आधे घंटे से एक घंटे तक कतार में लगने को मजबूर होना पड़ा। जिससे कार्मिकों को हाथ से पर्ची बनवानी पड़ी। ऐसी स्थिति में मरीजों को खामियाजा भी मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। मरीजों ने बताया कि सामान्य चिकितसालय में नेट का सर्वर आए दिन डाउन रहता है। कई बार अस्पताल प्रशासन से सर्वर डाउन होने की शिकायत करने के बाद भी इस और घ्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते मरीजों को रोज परेशानी उठानी पड़ रही है।
इन बीमारियों के अधिक मरीज :
मौसम के आए दिन बदलाव से मरीज आ रहे है। इनमें खांसी, जुकाम, बुखार और हाथपैरों में दर्द के मरीज आ रहे है। पेट गडबड़ी शिकायते भी अधिक हों गई है। साथ ही वरिष्ठजनों को श्वांस की समस्या अधिक हो गई है। ऐसे में चिकित्सक एहतियात बरतने की बात कह रहे है।सामान्य चिकित्सालय के फिजिशन डॉ.आर.सी.मीना का कहना है कि रात में कूलर व एसी चलाए तो ओढ़कर रहना चाहिए। क्योकि अभी शरीर इनको एडजस्ट नहीं कर पा रहा है। इसके अलावा आए दिन राजकीय सामान्य चिकित्सालय में लाइट गुल होने से अस्पताल में भर्ती मरीजों व अस्पताल में आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लाइट नहीं आने से मरीजों को घंटो कतारों में पर्ची के लिए लगवाना पड़ा। इसके अलावा सोनोग्राफी व एक्सरे ओंर जांच समय पर नहीं होने से रोगी परेशान होते रहते है।
जानकारी के अनुसार सुबह 8 बजे से अस्पताल कें नेट का सर्बर डाउन हो गया। जिससे मोबाइल व हाथ से पर्चिया काटनी पड़ी। इस इस दौरान ओपीडी की पर्ची के लिए लगे काउंटर पर आए दिन कभी नेट धीमी गति से चलना व लाईट गुल हो जाना रोगियों पर भारी पड़ रहा है। इसके चलते शुक्रवार सुबह आठ बजे आउटडोर खुलने के बाद पर्ची काउंटर पर मरीजों की लंबी कतार लग गई। लेकिन चिकित्सालय में नेट सर्बर डाउन होने से ऐसे में पर्ची काउंटरों पर बैठे कर्मियों ने हाथ से पर्चिया बनानी पड़ी। जिससे मरीजों को लंबी कतार में अपनी पारी का इंतजार करना पड़ा।
मरीजों ने बताया कि ओपीडी की पर्ची लेने के लिए कभी नेट खराब तो कभी लाइट गुल होना आम बात है। जिससे मोबाइल व हाथ से पर्ची काट कर दी गई है। इसके चलते ओपीडी की पर्चिया काटने में देरी होती है।मौसम परिवर्तन के चलते अब अस्पताल का आउटडोर भी एक हजार से लेकर 12 सौ तक पहुंच गया है। जबकि दो काउंटर की जगह तीन काउंटर होने चाहिए। जिससे पर्ची काउंटर पर मरीज ज्यादा समय खड़ा नहीं होना चाहिए। लेकिन यहां दो ही कम्यूटर होने से एक मरीज को अपनी पर्ची लेने के लिए 10 से 20 मिनट तक अपनी पारी का इंतजार करने को मजबूर होना पड़ रहा है।लेकिन अस्पताल प्रशासन इस और ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि इस समय कोरोना संक्रमण का रोग फेलना फिर से शुरु हो गया है। लेकिन पर्ची काउंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी नहीं हो रही है। वही कभी सभी दो ऑपरेटर की जगह एक ही होने से ओपीडी में भारी भीड़ लगी रहती है। अस्पताल मे ओपीडी का समय सुबह 8 से दोपहर दो बजे तक का है। जिसमें ज्यादातर मरीज सर्दी,खांसी,जुकाम और बुखार व खुजली के आ रहे है।