ट्रेनों और प्लेटफॉर्म पर मिलेगी कुल्हड़ में चाय,आदेश पहुंचे मंडल में

ट्रेनों और प्लेटफॉर्म पर मिलेगी कुल्हड़ में चाय,आदेश पहुंचे मंडल में

16 साल बाद कुल्हड़ की वापसी,रेल मंडल में लगभग 97 रेलवे स्टेशन है गंगापुर सिटी
गंगापुर सिटी सहित मंडल से होकर चलने वाली ट्रेनों प्लेटफॉर्म की स्टाल व ट्रॉली पर रेल यात्रियों; को कुल्हडमें चाय मिलने लगेगी। यह सुविधा 16 साल बाद एक बार में अब रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा जारी आदेश कोआ रेल मंडल में पहुंच गए है। रेल प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरु कर दी है।
दिल्ली मुंबई रेल मार्ग पर स्थित कोटा मंडल से होकर पूर्व में 90 ट्रेने ंयोजना संचालित की जाती थी। कोरोना के कारण अभी केवल 40 स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही है। कोटा रेल मंडल में गंगापुर सिटी सहित लगभग 97 रेलवे स्टेशन है। रेल मंत्री के आदेश की पालना फिलहाल सभी बड़े स्टेशनों जहां ट्रेनों का ठहराव है वहां होनी है। कोंटा रेल मंडल के कोटा,सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, श्रीमहावीरजी, हिण्डौन, बयाना,भरतपुर आदि रेलवे स्टेशनों पर इस सुविधा को शुरुू किया जा रहा है। रेल प्रशासन ने इस बारे में ट्रॉली संचालकों को निर्देश दे दिए है कि अब रेल यात्रियों को पेपर गिलास के बजाय कुल्हड में ही चाय दी जाए। अभी देश के 400 स्टेशनों पर कुल्हड़ में मिलती है चाय
देश में लगभग 400 रेलवे स्टेशनोंपर कुल्हड़ में ही चायमिलती है। अब देश के हर रेलवे स्टेशन पर सिर्फ कुल्हड़ में चाय बिकेंगी। प्लास्टिक मुक्त भारत में रेलवे का भी योगदान रहेगा। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेंगा। गंगापुर सिटी रेलवे स्टेशन पर रोज 1000 कुल्हड़ की खपत होगी गंगापुर सिटी रेलवे स्टेशन पर लगी स्टाल व ट्रॉली पर रोजाना 1000 कुल्हड़ की खपत होगी। इतनी ही खपत कोटा, सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशनों पर बताई जा रही है। स्टॉल व ट्रॉली संचालकों को भी ध्यान रखना होगा कि कुल्हड़ की खरीद स्थानीय स्तर पर कुम्हारों से की जाए।
 इससे स्थानीय कुम्हारों को भी रोजगार मिलेगा। उल्लेखनीय है कि शहर के कुम्भकार समाज में उत्साह बढ़ गया। पहले भी बिकती थी कुल्हड़ों में चाय शहर के कुम्भकार समाज के लोगों ने बताया कि सात साल पहले वर्ष 2013 तक स्टेशनों पर यात्रियों को कुल्हड़ों में चाय दी जाती थी। लेकिन वर्ष 2014 यह व्यवस्था बंद हो गई। और फिर स्टेशनों पर प्लास्टिक के कप में चाय बिकने लगी गई। उनका व्यवसाय भी कम हो गया। रेल मंत्री की इस घोषणा के बाद शहर में कुल्हड़ बनाने वाले कुम्भकार समाज के परिवारों का कारोवार बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि अब स्टेशनों पर चाय कुल्हड़ों में मिलने के बाद यह कारोबार दुगना हो जाएगा।