स्थानीय सीएचसी/पीएचसी स्तर पर भी कोविड चिकित्सा की समुचित व्यवस्था करवाएंः परसादीलाल

स्थानीय सीएचसी/पीएचसी स्तर पर भी कोविड चिकित्सा की समुचित व्यवस्था करवाएंः परसादीलाल
प्रभारी मंत्री ने जूम वीसी के माध्यम से कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से लिया फीडबेक
कहा 31 मई तक शादियां, प्रीतिभोज आदि के आयोजन रोकें जाएं
सवाई माधोपुर, 11 मई। जिला प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा ने मंगलवार को जूम वीसी के माध्यम से कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, चिकित्सा विभाग सहित अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर जिले के कोविड प्रबंधन, संसाधनों की उपलब्धता तथा मरीजों के समुचित उपचार के संबंध में फीडबेक प्राप्त किया तथा अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्थानीय सीएचसी/पीएचसी स्तर पर कोविड उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिससे मरीजों को जिला या उप जिला अस्पताल की ओर नहीं भागना पडे। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिये कि कोविड-19 चिकित्सा संसाधन सम्ंबधी जो भी मांग है, उन्हें आज ही भेजें ताकि वे मुख्यमंत्री जी से मिलकर जिले के लिये अधिकतम संसाधन हासिल कर सके।
प्रभारी मंत्री ने बताया कि जब ग्रामीण क्षेत्र में कुल केस के 50 प्रतिशत से अधिक मामले हैं तो सीएचसी स्तर पर मात्र 15 पॉजिटिव ही क्यों भर्ती हैं। इसका मतलब वहॉं के चिकित्सक या तो बेवजह जिला या उप जिला अस्पताल रैफर कर रहे हैं या मरीजों को सही रेस्पोंस नहीं दे रहे हैं। सवाईमाधोपुर जिला अस्पताल और गंगापुर उप जिला अस्पताल पर ज्यादा बोझ न डालें। केस बढे तो ये दोनों अस्पताल कैसे मैनेज करेंगे। प्रभारी मंत्री ने दोनों पीएमओ के कार्य की प्रशंषा की।
उन्होंने कहा कि शादी ब्याह में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क की पालना नहीं होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में अचानक केस बढे हैं। इस लॉकडाउन की गाइडलाइन की सख्ती से पालना करें। जहॉं तक सम्भव हो, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी, पंच-सरपंच , धार्मिक गुरू समझाइश कर 31 मई तक हर हालत में शादी समारोह टालने के लिये आयोजक को राजी करें। यदि कोई आयोजक फिर भी तैयार न हो तो घर में ही अधिकतम 11 लोगों की उपस्थिति या कोर्ट मैरिज के बारे में सूचना दें, फिर भी गाइडलाइन का उल्लंघन हो तो 1 लाख रूपये का जुर्माना करें तथा महामारी अधिनियम के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज करवायें।
प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारियों से कहा कि कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए माननीय मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन लगाया है। इस लॉकडाउन की सख्ती से पालना की जाए।
प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि जो डॉक्टर, नर्स या अन्य चिकित्सा स्टाफ कलेक्टर की पूर्व अनुमति के बिना अपना हैड क्वार्टर छोडे, उसे सीधे रिलीव करें। रात को भी कोई मरीज गम्भीर अवस्था में आ सकता है। सीएमएचओ एवं ब्लॉक सीएमएचओ प्रभावी भूमिका निभायें, फील्ड में जाकर निरीक्षण करें। कितने हैल्थ वर्कर कितने समय से पॉजिटिव हैं तथा नेगेटिव होने के बाद ड्यूटी पर लौटे या नहीं, डेपुटेशन पर कितने हैल्थ वर्कर हैं तथा किनके आदेश पर डेपुटेशन किया गया। सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पूरे अलर्ट पर रहें। उन्होंने बामनवास सीएचसी में पदस्थ चिकित्सकों का डेपुटेशन तत्काल निरस्त करने के निर्देश दिये। यहॉं वर्तमान में 3 ही चिकित्सक कार्यरत हैं जबकि स्वीकृत पद 6 हैं।
प्रभारी मंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 संेटर चिन्हित करने के निर्देश दिये। अभी जिले में कुल 4 कोविड-19 केयर सेंटर चिन्हित कर सुविधायें जुटाई गयी हैं लेकिन अस्पतालों में पर्याप्त बेड के चलते मरीजों को वहॉं शिफ्ट करने की आवश्यकता नहीं पडी है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण कमजोर आर्थिक स्थिति वाले परिवार प्रभावित न हो, इसके लिये ऐसे प्रत्येक परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 1-1 हजार रूपये की सहायता देने के साथ ही स्थानीय विधायक निधि से 25-25 लाख रूपये का योगदान दिया जा रहा है। उन्होंने जिले की आठों इन्दिरा रसोई योजना को अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिये ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोये। उन्होंने निर्देश दिये कि व्यापार मंडल तथा भामाशाहों की भी सहायता लें ताकि कोई 8 रूपये देने में भी समर्थ न हो तो भी उसे भोजन उपलब्ध हो सके। प्रभारी मंत्री ने जिला अस्पताल एवं उप जिला अस्पताल में उपलब्ध वेन्टीलेटर्स का समुचित उपयोग करने के लिए मेडिकल स्टाफ का प्रशिक्षण करवाने के निर्देश सीएमएचओ को दिए।
वर्चुअल मीटिंग में जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि वर्तमान में जिले में ऑक्सीजन, बेड की समस्या नहीं है लेकिन ऑक्सीजन के 200-250 अतिरिक्त खाली सिलेंडर चाहियें क्योंकि 250 सिलेंडर अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन देने में, 150 सिलेंडर ऑक्सीजन प्लांट्स में बैक अप में काम आ रहे हैं। पचास-पचास सिलेंडर का बफर स्टॉक रखा हुआ है। खाली सिलेंडर को भरवाने के लिये भेजने, भरे हुये को जिले में मंगवाने के दौरान रोज 150 सिलेंडर की आवश्यकता पडती है। कलेक्टर ने 100-150 अतिरिक्त रेगुलेटर और तथा 130 अतिरिक्त कंसंट्रेटर की भी मांग सामने रखी।
जिला कलेक्टर ने बताया कि गत 3-4 दिन में हालात में काफी सुधार हुआ है। पॉजिटिव रेट 22.58 प्रतिशत है लेकिन एक्टिव केस का प्रतिशत 8.3 प्रतिशत ही है यानि बाकी लोग रिकवर हो गये हैं। कलेक्टर ने बताया कि हमने 2 दिन से जिला और गंगापुर उप जिला अस्पताल में ऑब्जर्वेशन रूम सिस्टम शुरू किया है। जिले को मिले 20 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर में से 13 को जिला अस्पताल और 7 को गंगापुर सिटी अस्पताल भेजकर ऑब्जर्वेशन रूम में इन्हें रखवाया गया। यहॉं दक्ष हैल्थ वर्कर एक मिनट भी न गंवाते हुये मरीज को अस्पताल पहुंचते ही मानसिक और चिकित्सकीय सहारा देते हैं, तत्काल चिकित्सा शुरू कर दी जाती है। इसके बहुत अच्छे परिणाम आये हैं। कलेक्टर ने यह भी बताया कि जिले में अब तक वैक्सीनेशन 178815 को किया जा चुका है। 18 वर्ष से अधिक आयु वालों के भी रविवार से वैक्सीनेशन प्रारंभ किया गया है। वर्तमान में 10 सैशन साइट बनाकर इनकी वैक्सीनेशन किया जा रहा है। ग्राम स्तरीय कमेटियों को क्रियाशील बनाया गया है। उनके माध्यम से जागरूकता के साथ ही डोर टू डोर सर्वे करने तथा आईएलआई लक्षण वाले लोगों को दवाईयांे की किट भी उपलब्ध करवाई जा रही है। रिया अस्पताल में एक अतिरिक्त ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। सवाई माधोपुर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट की पाइप लाइन के अतिरिक्त 70 एवं गंगापुर में 32 ऑक्सीजन सिलेंडर का प्रतिदिन उपभोग हो रहा है।
एसपी सुधीर चौघरी ने बताया कि लॉकडाउन की सख्ती से पालना करवायी जा रही है। पुलिस ने 1 अप्रेल से अब तक 20 लाख रूपये राशि के 16 हजार चालान काटे हैं। जिले की जनसंख्या के अनुपात को देखते हुये यह राज्य के टॉप जिलों में से 1 है। बेवजह सडक पर घूम रहे 220 लोगों पर कार्रवाई की गई तथा मोटर व्हीकल एक्ट में 220 वाहन जब्त किये गये। मंगलवार को भी जिला मुख्यालय पर पुलिस अधिकारियों और जवानों ने मोटर साईकिल रैली निकाली है।
उन्होंने बताया कि सभी अधिकारी, जवान पूरी मुस्तैदी के साथ इस महामारी से लोगों को बचाने में लगे हुये हैं। ड्यूटी के दौरान अब तक जिले में 100 से अधिक जवान, अधिकारी कोरोना पॉजिटिव हुये हैं। पुलिस अधिकारी, बीट कांस्टेबल खुद धार्मिक गुरूओं, पंच सरपंचों की मदद से शादी आयोजन टालने के लिये समझाइश कर रहे हैं जिसके अच्छे परिणाम सामने आये हैं। बैठक कर समझाइश, शादी टालने, मृत्यु भोज पर रोक के लिये समझाइश, अस्पतालों में पुलिस जाब्ता ताकि उपचार में बाधा न आयें, ऑक्सीजन सप्लाई पर सुरक्षा, रेमडेसिविर कालाबाजारी सूचना तंत्र सजग है।
जिला अस्पताल के डॉ. सुनील शर्मा ने बताया कि आज 132 कोविड-19 मरीज भर्ती हैं, आज 19 मरीजों को स्वस्थ हो जाने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है। जिला अस्पताल में 131 बेड पर ऑक्सीजन उपलब्ध है। गंगापुर सिटी अस्पताल में भी ऑक्सीजन, बेड आदि की उपलब्धता पर बैठक में समीक्षा की गई। सीएमएचओ ने डोर टू डोर सर्वे के संबंध में जानकारी दी। बैठक में कलेक्टर ने नगर परिषद द्वारा करवाए जा रहे सेनेटाइजेशन एवं जागरूकता अभियान के बारे में जानकारी दी। बैठक में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के अलावा एडीएम गंगापुर एडीएम नवरतन कोली, एडीएम सवाई माधोपुर डॉ सूरज सिंह नेगी, सीइओ जिला परिषद रामस्वरूप चौहान, सीएमएचओ, पीएमओ, सभी उपखंड अधिकारी, विकास अधिकारी, नगर परिषद आयुक्त सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।