ट्रेन में मिली किशोरी के परिजनों की तलाश में जुटी चाइल्डलाईन

ट्रेन में मिली किशोरी के परिजनों की तलाश में जुटी चाइल्डलाईन
सवाई माधोपुर 18 अगस्त। जिले के चाइल्ड लाईन टीम स्थानीय रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ को लावारिस हालत में मिली एक 17 वर्षीय किशोरी के परिजनों की तलाश में जुट हुई है।
जानकारी के अनुसार आरपीएफ को गोल्डन टेम्पल मेल ट्रेन में एक किशोरी के लावारिस अवस्था में यात्रा करने की सूचना मिलने पर आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर बीरबल सिंह एवं महिला कांस्टेबल मनीषा ने ट्रेन से किशोरी को दस्तयाब कर चाइल्डलाइन को सूचना दी। जिस पर चाइल्डलाइन टीम मेंबर लवली जैन, कोऑर्डिनेटर हरि शंकर बेरवाल एवं सामाजिक कार्यकर्ता उमा पाराशर रेलवे स्टेशन पहुंची और बालिका को अपने संरक्षण में लिया।
परामर्श के दौरान बालिका ने बताया कि वह गुवाहाटी आसाम की रहने वाली है और काम करने के लिए कश्मीर गई हुई थी। तबीयत खराब होने पर काम छोड़कर वह अपने गांव गुवाहाटी आसाम जाना चाहती थी। दिल्ली से ट्रेन बदलनी थी। स्टेशन पर मौजूद यात्रियों से पूछकर एक ट्रेन में बैठ गई। सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर टिकट चेकिंग के दौरान बालिका बिना टिकट पाई गई साथ ही उसके साथ कोई परिजन नहीं थे। टीटी ने सवाई माधोपुर आरपीएफ को सूचना दी। सूचना पर आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर बीरबल सिंह एवं कांस्टेबल मनीषा ने किशोरी को दस्तयाब किया। किशोरी ने यह भी बताया कि उसका पूरा परिवार आसाम के गुवाहाटी में रहता है। उसकी एक बहन दिल्ली में रहती है तथा दूसरी बहन डिब्रूगढ़ में रहती है। किशोरी के पास खाने-पीने की कोई चीज नहीं थी और ना ही उसके पास पैसे थे। किशोरी के सिर पर पुरानी गहरी चोट लगी हुई है। किशोरी अपने परिजनों के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दे पा रही है। चाइल्डलाइन टीम ने काउंसलिंग के पश्चात बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे क्वारंटाइन होम में अस्थाई तौर पर प्रवेश दिलवाया गया है। साथ ही क्वारंटाइन होम के अधीक्षक को किशोरी का समुचित इलाज करवाने के भी निर्देश दिए गए हैं।