रेल के निजी करण के खिलाफ जन आंदोलन की बनाई रणनीति

रेल के निजी करण के खिलाफ जन आंदोलन की बनाई रणनीति
नए वर्ष की शुरुआत मे नई पेंशन स्कीम के विरोध में आंदोलन का होगा आगाज
वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन की डिविजनल कॉन्फ्रेंस संपन्न- गंगापुर सिटी
वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने आज मंडल अधिवेशन में आज मंडल अधिवेशन में नए वर्ष की शुरुआत में न्यू पेंशन स्कीम के खिलाफ प्रधानमंत्री गृहमंत्री रेल मंत्री एवं वित्त मंत्री को हजारों की संख्या में ट्विटर पर ट्वीट करने का निर्णय लिया है साथ ही 2 जनवरी से 15 जनवरी तक रेलवे के निजीकरण के खिलाफ जन आंदोलन करने की रणनीति तैयार की है जिसके तहत हर छोटे बड़े स्टेशनों पर संघर्ष समितियों का गठन किया जाएगा इसके लिए जन जागरण चलाया जाएगा । आज कोटा में मंडल अध्यक्ष लोकेंद्र मीणा की अध्यक्षता में संपन्न हुए मंडल अधिवेशन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यूनियन के महामंत्री मुकेश गाना ने अपने संबोधन में कहा कि आगामी वर्ष चुनौतियों से भरा हुआ है केंद्र सरकार और रेल प्रशासन ने करुणा महामारी की आड़ में रेलवे और रेल कर्मचारियों को बर्बाद करने के लिए तरह-तरह के आदेश जारी कर दिए हैं। अब आने वाले समय में हमें कड़ा  संधर्ष करना होगा।
गालिब ने कहा सरकार का ध्यान छोटे गरीब एवं गांवों में रहने वाले लोगों की ओर नहीहै। करुणा के बादल बाद अब रोड ट्रांसपोर्ट हवाई ट्रांसपोर्ट एवं जल परिवहन पूरी तरह चालू हो चुका है रेलवे में माल गाड़ियों एवं मेल एक्सप्रेस ट्रेन सुचारू रूप से चल रही है लेकिन छोटे-छोटे स्टेशनों पर रुक कर चलने वाली लोकल ट्रेनों को चलाने में और रेलवे की कोई रुचि नहीं है इसके इसके कारण गांव में रहने वाला गरीब किसान मजदूर बेहद परेशान है।
इस अवसर पर अधिवेशन में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए मंडल के कोषाध्यक्ष इरशाद खान‌ सहायक महामंत्री शिवदत्त धाकड़ मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन अजय शर्मा यूथ विंग के जोनल अध्यक्ष नरेश मालव महिला संगठन की नेता अल्पना शुक्ला आदि नेताओं ने अपने संबोधन में संगठन को मजबूत बनाने के लिए युवाओं एवं महिलाओं को संगठन से जुड़ने की बात कही। इस अवसर पर कोटा मंडल की यूनियन की 22 ब्रांच ओके 200 से अधिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। गंगापुर सिटी यूनियन के नेता मंडल सह सचिव राजू लाल गुर्जर मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन शाखा सचिव हरिप्रसाद मीणा राजेश चाहर शाखा अध्यक्ष शशि शर्मा गजानंद शर्मा के नेतृत्व में अधिवेशन में भाग लेने के लिए 60 से अधिक पदाधिकारी व कार्यकर्ता कोटा गए।