परिंदों की बड़ी संख्या में मौत को हल्के में ना लें

परिंदों की बड़ी संख्या में मौत को हल्के में ना लें
सवाई माधोपुर 4 जनवरी। पशु पक्षियों की बड़ी संख्या में हो रही मौतों के गंभीर मामले में पीपल फॉर एनिमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने इसे पशु पक्षियों पर बड़ा संकट बताते हुए कहा कि सरकार इसे हल्के में ना ले।
जाजू ने रणथंभोर, सरिस्का व केवलादेव राष्ट्रीय पार्कों में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता बताई। जाजू ने कहा कि 3 वर्ष पूर्व गुजरात के गिर राष्ट्रीय पार्क में संक्रमण से 23 दिनों में 30 शेरो की मौत को दृष्टिगत रखकर प्रदेश में बड़ी संख्या में कौवो सहित अनेक प्रजातियों के परिंदों की मौत को गंभीरता से लेने की जरूरत है। जाजू ने चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री से समूचे प्रदेश में संबंधित विभागों को कड़े निर्देश देकर लगातार हो रही परिंदों की मौत पर रोक के लिए पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। जाजू ने जोधपुर, झालावाड़, पाली, बारां, हनुमानगढ़, बीकानेर, नागौर, जयपुर सहित अनेक जिलों में कौवो व अन्य प्रजातियों के पक्षियों की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए बताया कि गत वर्ष सांभर झील में लगभग 50,000 परिंदों की अकाल मौत को पक्षी प्रेमी नहीं भुला पाए हैं। गुजरात, मध्यप्रदेश, झारखंड में भी लगातार हो रही पक्षियों की मौत होना इस बात को इंगित करता है कि यह मौते महामारी का रूप ले सकती है।हिमाचल के पोंग डेम अभयारण्य में 1400 पक्षियों की अज्ञात बीमारी से मौत पक्षी जगत पर किसी बड़े खतरे को इंगित करती है जैसे कोरोना संक्रमण चीन से फेल कर समूची दुनिया में महामारी का रूप ले चुका है