अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिले की सौ बेटियों को किया सम्मानित बेटियों को आगे बढाने तथा प्रोत्साहन देने के लिए हर व्यक्ति आए आगेः कलेक्टर

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिले की सौ बेटियों को किया सम्मानित
बेटियों को आगे बढाने तथा प्रोत्साहन देने के लिए हर व्यक्ति आए आगेः कलेक्टर
सवाई माधोपुर, 11 अक्टूबर। अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित राजकीय बालिका उमावि मानटाउन में मेरी बेटी मेरा सम्मान थीम पर आयोजित कार्यक्रम में जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन, जिला प्रमुख सुदामा मीना, नगरपरिषद सभापति विमलचन्द महावर ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाली 100 बेटियों को सम्मानित किया।
जिला कलेक्टर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिले में बेटी बचाओ-बेटी पढाओ को नया आयाम देते हुये अभिनव नवावार ‘‘हमारी लाडो’’ शुरू किया गया जिसे बहुत सफलता और विस्तार मिला है। उन्होंने बताया कि सवाईमाधोपुर में आने के 1-2 दिन बाद ही मैने पाया कि जिला शिशु लिंगानुपात में राज्य में सबसे निचले पायदान पर है। इसमें सुधार के लिये हमने 2 स्तर पर कार्य किया। पीसीपीएनडीटी एक्ट के माध्यम से जिले में संचालित सोनोग्राफी सेंटर्स पर निगरानी और निरीक्षण व्यवस्था को अधिक चाक चौबंद किया, दूसरी ओर बेटियों का मनोबल बढाने, उन्हें कॅरियर निर्माण में मार्गदर्शन देने के लिये ‘‘हमारी लाडो’’ नवाचार शुरू किया। इसके अन्तर्गत अब तक हजारों स्कूली बालिकाओं को बडी संख्या में न्यायिक, प्रशासनिक, पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारियों ने कॅरियर निर्माण, विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी है, उन्हें मोटिवेट किया है कि कोई भी बच्ची अपनी मेहनत और लगन से किसी भी ऊॅचाई को छू सकती है।
कलेक्टर ने कहा कि बेटियां बेटों से किसी भी प्रकार से कम नहीं हैं। बेटियों को प्रोत्साहन एवं अवसर मिले तो वे हर स्तर पर सफलता प्राप्त करती है। उन्होंने बेटियों का हौंसला बढाते हुए उन्हें अपनी प्रतिभा में निखार लाने के लिए लगातार कडी मेहनत एवं लक्ष्य प्राप्ति के लिए जुट जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पढाई के अतिरिक्त भी कई क्षेत्र हैं, जहॉं बेटियॉं कॅरियर बना सकती है। संगीत, कला, निजी उद्यम, खेलकूद समेत कई विकल्प हैं। अपनी रूचि और क्षमता के हिसाब से निर्णय लें, सरकार और प्रशासन हर कदम पर आपके साथ है। जिला कलेक्टर ने बताया कि हमारा मिशन जिले को शिक्षा रैंकिंग में राज्य में नम्बर वन पर लाना है। क्योंकि बालिका सशक्तीकरण में शिक्षा सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में खेलकूद, पढाई, सांस्कृतिक गतिविधियो आदि में उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाली 100 बेटियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इनमें वे बेटियॉं भी शामिल हैं जिन्होंने इंस्पायर अवार्ड प्राप्त किया है, विभिन्न कार्यक्रमों में जिला एवं राज्य स्तर पर भागीदारी की है, सामाजिक समरसता के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है। कार्यक्रम में जिला प्रमुख सुदामा मीना, नगर परिषद सभापति विमल महावर, सीडीईओ मिथलेश शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी मोहम्मद साबिर, अलीमुद्दीन खान सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं अभिभावक भी मौजूद थे।