बौंली स्वास्थ्य केंद्र खुद बीमार,अव्यवस्थाएं बेशुमार

बौंली स्वास्थ्य केंद्र खुद बीमार,अव्यवस्थाएं बेशुमार
जिले का स्वास्थ्य विभाग, जहां स्वास्थ्य सेवाओं के दुरुस्त होने का दावा करता है वहीं जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। जिले के बौंली उपखंड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शोभा की सुपारी बना हुआ है। परिणाम स्वरूप बौंली के बाशिंदों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
करीब 20,000 की आबादी वाले इस कस्बे सहित कई ग्राम पंचायत क्षेत्र बौंली में स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने की आशा लेकर पहुंचते हैं। लेकिन पर्ची काउंटर पर एक कर्मी बैठने के कारण महिला, पुरुष व बुजुर्गों की लंबी कतार यहां देखी जा सकती है। जिसमें प्रसूता महिला व बुजुर्गों को खड़े-खड़े घंटो बीत जाते हैं। ज्यादा बीमार लोग चक्कर खाकर जमीन पर बैठ जाते हैं। लगभग 1 वर्ष से दंत चिकित्सा की मशीनें खराब होने से भी यहां से दंत रोगियों को निराश होकर झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराना पड़ रहा है। जो मनमानी फीस वसूल कर सरेआम लूट मचा रहे है। कुछ दिनों पहले हॉस्पिटल परिसर में पीने का पानी नहीं होने के साथ शौचालय में भी पानी नहीं होने से प्रसूताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
वहीं दूसरी ओर अवैध पार्किंग यहां देखी जा सकती है फालतू लोग यहां गाड़ियां लगाकर मोबाइल पर लूडो खेलते देखे जा सकते हैं और वाहनों को बेतरतीब तरीके से खड़ा किए जाने के बाद ऐसा माहौल हो जाता है कि इमरजेंसी में यदि एंबुलेंस को घुमाना पड़े तो वह भी वहां नहीं घूम सकती।
समाज सेवक राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि कर्मियों द्वारा यहां गुटखा खाकर पीक जगह जगह थूक कर हॉस्पिटल परिसर को गंदा बना रखा है। रात्रि में उजाले की व्यवस्था स्वास्थ्य केंद्र परिसर में नहीं होने से रात्रि में आने जाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। दूसरी और दवा वितरण केंद्र के बाईं ओर भरे पानी में सूअर जल क्रीड़ा करते देखे जा सकते हैं जो साफ सफाई व्यवस्था की मजाक बनता दिख रहा है।
सरकार आमजन को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए कई योजनाएं चला रही है। पर उपखंड क्षेत्र सहित जिले के उप स्वास्थ्य केंद्रों पर हाल बेहाल है। लोग बेहतर चिकित्सा सुविधा से कोसों दूर है।