चिड़ियाघरों में विशेष निगरानी एवं सतर्कता बरतने के दिए निर्देश-प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेहा गुहा

एविएन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) को देखते हुए वन एवं पर्यावरण विभाग ने उठाए एहतियाती कदम
प्रमुख शासन सचिव ने दिए विशेष मॉनिटरिंग के निर्देश
चिड़ियाघरों में विशेष निगरानी एवं सतर्कता बरतने के दिए निर्देश
जयपुर, 6 जनवरी। वन एवं पर्यावरण विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेहा गुहा ने बुधवार को यहां राज्य में पक्षियों की हो रही मृत्यु एवं एविएन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) की पुष्टि होने के बाद विभाग द्वारा इस संबंध में उठाये गये आवश्यक कदमों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी वन क्षेत्रों, वन्यजीव क्षेत्रों, प्रोटेक्टेड एरिया (संरक्षित क्षेत्र), वेटलैण्ड एवं प्रवासी पक्षियों के विचरण स्थलों की विशेष मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें।
बैठक में श्रीमती गुहा ने मृत पक्षियों के संबंध में भारत सरकार द्वारा जारी एक्शन प्लान एवं निदेशालय पशुपालन विभाग द्वारा जारी गाईडलाइन की पूर्ण पालना करने तथा मृत पक्षियों के डिस्पोजल एवं सैंपल कलेक्शन की कार्यवाही में पशुपालन विभाग का पूर्ण सहयोग करने के निर्देश भी दिये गये ।
वन एवं पर्यावरण विभाग की प्रमुख शासन सचिव ने राज्य के चिड़ियाघरों में विशेष निगरानी एवं सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये। उन्होंने मृत पक्षियों के डिस्पोजल एवं सैंपल कलेक्शन के दौरान पूर्ण सावधानी बरतने के आदेश देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार का संक्रमण पक्षियों से आगे ना फैले, इसके लिए पीपीई किट का इस्तेमाल किया जाये। श्रीमती गुहा ने राज्य में चिन्हिकृत वेटलैण्ड के संबंध में समीक्षा करते हुए राज्य में चिन्हिकृत वेटलैण्ड के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की।
बैठक में श्रीमती गुहा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि थीम बेस्ड मॉनिटरिंग के तहत प्रत्येक जिले में एक वैटलैण्ड चिन्हित कर समस्त उप वन संरक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में 7 जनवरी, 2021 को वेटलैण्ड का विजिट करें एवं अपनी विजिट कर संक्षिप्त विडियो बनाकर मुख्यालय को प्रेषित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि उप वन संरक्षक वेटलैण्ड के संबंध में सूचना एकत्रित करने के साथ-साथ पक्षियों की बर्ड इन्फ्लजां की दृष्टि से निगरानी कर अपनी रिपोर्ट भी प्रस्तुत करेंगे।
बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) श्रीमती श्रुति शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षण एवं मुख्य वन जीव प्रतिपालक श्री मोहनलाल मीना, शासन सचिव वन एवं मुख्य संरक्षक तथा उपवन संरक्षक उपस्थित थे।