प्रसिद्ध शिक्षक वैज्ञानिक इन्द्र प्रभ जैन को दी बधाई

प्रसिद्ध शिक्षक वैज्ञानिक इन्द्र प्रभ जैन को दी बधाई
सवाई माधोपुर 8 जनवरी। शिक्षक नेता जिनेन्द्र जैन ने राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति राजीव जैन के माध्यम से राजस्थान विश्वविद्यालय में गैर – पारंपरिक उर्जा संसाधन केन्द्र की स्थापना करने वाले एवं सेन्टर फॉर नॉन कन्वेशनल एनर्जी रिसोर्सेज के निदेशक और प्रसिद्ध शिक्षक वैज्ञानिक इन्द्र प्रभ जैन से मुलाकात कर दो प्रतिशत भारतीय वैज्ञानिको की सूची में चयन होने की खुशी के अवसर पर पुष्पगुच्छ भेट कर हार्दिक बधाई दी।
राजीव जैन ने बताया की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त इस उपलब्धि को राजस्थान विश्वविद्यालय और सम्पूर्ण राजस्थान के लिए एक विशेष सम्मान और जैन समाज के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होने बताया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी यू. एस. ए द्दारा उच्च स्तरीय शोध कार्यो के लिए अपने उच्च स्तरीय स्वतंत्र अध्ययन के बाद मूल्यांकन के आधार पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के सभी क्षेत्रो में शीर्ष 2 प्रतिशत विश्व शिक्षक वैज्ञानिको की सूची में आई. पी. जैन का चयन हुआ हैं जो शोध के क्षेत्र में समर्पण और कडी मेहनत को दर्शाता हैं यह उपलब्धि राजस्थान के सभी विश्वविद्यालय शोधकर्ताओ को प्रेरित करेगी जो की वर्तमान में विभिन्न शोध कार्यक्रम में शामिल हैं।
इस अवसर पर वैज्ञानिक शिक्षक आई. पी. जैन ने कहा कि युवाओ को यह नही सोचना चाहिए की कोई उन्हें प्रेरित करे बल्की एक निश्चित लक्ष्य बनाकर जीवन में आगे बढ़े बार – बार अपने लक्ष्य को नही बदले वर्तमान में सभी क्षेत्रों में सुन्दर भविष्य बनाया जा सकता है। आप वैज्ञानिक, राजनेता, डॉक्टर, प्रशासनिक अधिकारी जो भी बनना चाहे बन सकते हैं परन्तु कार्य वो ही करे जिसमें आपकी रूची हो। हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ दे ये नही सोचे की उससे आपको कुछ मिलना चाहिये। इसके लिए आपका स्वस्थ्य होना भी बेहद जरूरी हैं। उन्होने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा की आज विश्वविद्यालय में बैठा हूं तो मुझे कभी नही लगा की मुझे कुछ और भी करना है बस अपने रूचि के क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ देता आ रहा हूँ।
शिक्षक नेता जिनेन्द्र जैन ने बताया की आई. पी. जैन ने अल्ट्रा हाई वैक्यूम डेप्थ चयनात्मक रूपांतरण इलेक्ट्रॉन मोसबॉयर स्पेक्ट्रोस्कोपी मशीन विकसित की, जो सतत विज्ञान में अनुसंधान के लिए भारत मे अपनी तरह की अनूठी मशीन हैं। वर्ष 2007 में गुरुदेव ने छात्रो के लिए एम फिर इन एनर्जी प्रोग्राम शुरू किया था ताकि ये छात्र शिक्षा शास्त्र, अनुसंधान और उधोग में अपना कैरियर विकसित कर सके। जैन सर राजस्थान विश्वविद्यालय में विगत 56वर्षो से अपनी सेवाएं दे रहे हैं।