व्हाटसएप का नोटिस क्या कहता है?

व्हाटसएप का नोटिस क्या कहता है?

आपको WhatsApp का एक नोटिस मिला होगा और बिना पढ़े अपने Yes पर क्लिक कर दिया होगा, अर्थ की व्हाट्सएप के नियमों को अपनी सहमति दे दी है। Terms and condition पढ़ने के लिए कॉपी कर कर रख लिया था, जिसको समझने के बाद जानना जरूरी है कि यह जैक करना क्या चाहता है।

फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम के मालिक है जैक जिसको एक करना उदेश्य है। केवल व्हाट्सएप के 35 करोड़ (भारत की आबादी के 25%) उपयोग करते है।

फेसबुक ने ऐलान किया है कि यदि हम उनकी बात नहीं मानते तो 8 फरवरी 2021 को व्हाट्सएप का अकाउंट बंद कर दिया जाएगा।

व्हाट्सएप 8 फ़रवरी को आपसे फाइनल सहमति लेगा और व्हाटसएप अब सभी की फोटो गैलरी, संपर्क नंबर (contact) और पूरे फोन में जाने की सहमति मांग रहा है। जिसका परिणाम होगा कि आप कहां जा रहे है और क्यों, यह सभी जानकारी व्हाट्सएप लेना चाहता है। आपके बिजनेस का तरीका, टर्न ओवर, ग्राहक और आपके सभी संबंधों की जानकारी व्हाट्सएप के साथ होगी साथ ही वह किसी भी जानकारी को फेसबुक और इंस्टाग्राम को शेयर कर सकता है। इसके लिए आपकी अनुमति की आवश्यकता फिर से नहीं होगी क्यों की आप है, आप 8 फरवरी को पूरे फोन की एक्सेस करने की सहमति पहले ही दे चुके है। एक्सपोर्टर अपने ग्राहक की जानकारी किसी को नहीं देता, उसी प्रकार व्यापार में बहुत सी जानकारी कोई किसी को नहीं देना चाहता। यदि आप ग्रहणी है, नौकरी में है तब भी हम किसी को अपने पूरे फोन में जाने की सहमति किसी को नहीं देना चाहते है। आप किस समय कहां जाते है, किससे मिलते है सभी जानकारी व्हाट्सएप के पास होगी।

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व्हाटसएप का यह कहना कि निजता की सुरक्षा की जाएगी, इसका कोई अर्थ रह जाता है।

साइबर खतरों को भांपते हुए सरकार छह साल पहले 2013 में राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति जारी कर चुकी है जिसमें देश के साइबर सुरक्षा के बुनियादी ढांचे की रक्षा के लिए प्रमुख रणनीतियों को अपनाने की बात कही गई थी।

पुलवामा हमले के बाद खबर मिली थी कि पाक हैकरों ने भारत सरकार से जुड़ी कम से कम नब्बे वेबसाइटों को हैक कर लिया है। इनमें खासतौर से वित्तीय संचालन और पावर ग्रिड से जुड़ी वेबसाइटें हैकरों के निशाने पर थीं।

कितने ही बार सरकारी और अतिसुरक्षा की वेबसाइट हैक हो चुकी है। कई घंटों तक ऑनलाइन पैसा पे करने की तकनीक पेपाल को कई घंटों तक हैक करके रखा वहीं स्वीडन सरकार की वेबसाइट भी हैकर्स के चंगुल से नहीं बची। कुल मिलाकर करोड़ों की हानि। वह भी केवल एक व्यक्ति के लिए।

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लेकिन यही बात जब किसी देश की संप्रभुता और सुरक्षा पर आ जाएगी तो सोचिए यह विध्वंस कितना बड़ा हो सकता है, जब की उस देश के प्रत्येक व्यक्ति की सभी जानकारी फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम पर होगी।

इंटरनेट और कंप्यूटर संजाल से जुड़ी नई दुनिया में अगला निर्णायक युद्ध साइबर युद्ध होगा, क्योंकि सारी जानकारियां कंप्यूटर नेटवर्क में ही संग्रहीत हैं और इंटरनेट ही सूचनाओं के आदान-प्रदान का प्रमुख जरिया है। हालांकि भारत आईटी शक्ति कहलाता है, मगर ब्रॉडबैंड के इस्तेमाल और इंटरनेट कनेक्शनों की संख्या के मामले में वह चीन से बहुत पीछे है। इसलिए सरकार को देशहित में विदेशी तकनीक पर अपनी निर्भरता कम करनी चाहिए। खासतौर से चीन जैसे कुटिल, धूर्त और दगाबाज देश की तकनीक से तो हमें सदैव सतर्क रहना चाहिए।

सारांश – मैं अपनी निजता की जानकारी, बैंक का डिटेल, लेन देन का विवरण और सगे संबंधियों का विवरण किसी अनजाने को नहीं दे सकता इसलिए 8 फरवरी के बाद मैं व्हाट्सएप पर नहीं रहूंगा। व्हाटसएप ब्लॉक/uninstall कर रहा हूं।

किसी शुद्ध भारतीय ऐप को खोज रहा हूं, जिस पर शिफ्ट हो सकें। Instagram में भी बहुत खामियां है, इसलिए इसके अतिरिक्त कोई और ऐप की तलाश है।

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TELEGRAM को यूज़ कर सकते हैं ।

डॉ विजय मिश्रा
जयपुर