मलारना डूंगर में गौशाला की भूमि को लेकर गौसेवा समिति व प्रशासन में हुआ समझौता। गोशाला के लिए 10 बीघा भूमि पर बनी सहमति।
मलारना डूंगर उपखंड मुख्यालय के कृषि फार्म में 50 गोवंश के मृत मिलने के बाद गौसेवक और भाजपाइयों के द्वारा पिछले 4 दिन से एसडीएम कार्यालय के समक्ष चल रहे अनिश्चितकालीन धरने का आज प्रशासन से वार्ता के बाद समापन हुआ। एसडीएम योगेश कुमार डागुर, डिप्टी कृष्णा सांवरिया,थानाधिकारी धनराज मीणा,तहसीलदार किशन मुरारी मीणा व प्रदर्शनकारी गौसेवा समिति व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच एक घंटे चली वार्ता के बाद गौशाला के लिए 10 बीघा भूमि आवंटन पर समझौता हुआ। एसडीएम कार्यालय में दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी व भाजपा कार्यसमिति सदस्य आशा मीना,भाजपा जिलाध्यक्ष भरतलाल मथुरिया, व गौसेवा समिति के पदाधिकारी धरना स्थल पहुंचे। इस दौरान भाजपा पदाधिकारी और गौसेवा समिति के कार्यकर्ताओं के द्वारा धरना समाप्त करने की घोषणा की गई। धरना समाप्ति की घोषणा के बाद पुलिस प्रशासन और भाजपा पदाधिकारी व गौसेवा समिति के कार्यकर्ता गौशाला के लिए आवंटित भूमि पर पहुंचे जहां स्थानीय प्रशासन के द्वारा सीएचसी भवन के पास चरागाह भूमि के खसरा नंबर 873 में 10 बीघा भूमि का लेआउट डालकर गौसेवा समिति के सुपुर्द किया। इस दौरान एसडीएम ने तात्कालिक गोवंश के चारे पानी के लिए ग्राम पंचायत को निर्देशित किया वहीं गोवंश के उपचार के लिए चिकित्सा कर्मियों को निर्देश दिए। उधर मृत गोवंश से संक्रमण फैलने की आशंका के मद्देनजर पिछले 4 दिन कृषि फार्म में पढ़े 48 गोवंश को अधिकारियों की मौजूदगी में जेसीबी से गड्ढा खोदकर दफनाया गया।