प्रशासन पर लगाया झूठे आश्वासनों का आरोप

प्रशासन पर लगाया झूठे आश्वासनों का आरोप
मनरेगा श्रमिकों ने मांगा काम
खंडार 1 फरवरी। उपखंड मुख्यालय पर 1 जून 2020 में मन नरेगा श्रमिकों ने एकत्रित होकर 100 दिन के कार्य की खंडार उपखंड मुख्यालय प्रशासन से गुहार लगाई गई थी। लेकिन खंडार उपखंड मुख्यालय पर मन नरेगा श्रमिकों को नरेगा में 20 दिन का कार्य देकर आगे नरेगा में कार्य देने का आश्वासन देकर भी नरेगा कार्य बंद कर दिया।
खंडार उपखंड मुख्यालय पर मननरेगा कार्य बंद होने पर मन नरेगा श्रमिकों ने दुबारा एकत्रित होकर 25 जून 2020 को मन नरेगा में श्रमिक कार्य पाने के लिए खंडार तहसील मुख्यालय पर तहसीलदार देवी सिंह एवं पंचायत समिति के विकास अधिकारी जगदीश बैरवा को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन देने के पश्चात सभी मनरेगा श्रमिकों की समझाइश करते हुए नरेगा सहायक अभियंता राधेश्याम शर्मा एवं विकास अधिकारी जगदीश बैरवा ने मननरेगा में श्रमिकों को श्रमिक कार्य देने का आश्वासन देकर सभी से 6 नंबर का फॉर्म भी भरवाया गया। लेकिन करीबन 7 महीने बीत जाने के बाद भी मनरेगा श्रमिक आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। रोजगार के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। लेकिन अभी तक भी मनरेगा श्रमिकों को नरेगा में कार्य नहीं दिया गया है। ऐसे में प्रशासन के आश्वासन झूठे साबित हो रहे हैं।
कई बार मन नरेगा श्रमिकों की पीड़ा को लेकर मीडिया में भी कई रिपोर्टें प्रकाशित हो चुकी है। लेकिन उसके पश्चात भी स्थानीय प्रशासन सब कुछ देख कर भी मूकदर्शक बना हुआ है। नरेगा श्रमिक समाजसेवी ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार शर्मा, ओमप्रकाश बेरवा, प्रदीप लखेरा, डीके गुर्जर, सतीश बैरवा, बद्री राव, प्रेम राज मीणा, लालचंद गुर्जर, धर्मराज गुर्जर, रामलखन गुर्जर, मुकेश प्रजापत, आदि ने बताया कि कई बार प्रशासन से मांग करने के पश्चात भी हम लोगों को आज तक भी मनरेगा में 100 दिन का कार्य नहीं मिला है। पीड़ित मन नरेगा श्रमिकों ने राजस्थान सरकार से 100 दिन के कार्य के लिए गुहार लगाई है।