यौन उत्पीड़न से सुरक्षा व बचाव को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन

यौन उत्पीड़न से सुरक्षा व बचाव को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन
बामनवास 3 फरवरी। सर्वोच्च न्यायालय, राजस्थान उच्च न्यायालय एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश सवाई माधोपुर के निर्देशन एवं तत्वाधान में तालुका विधिक सेवा समिति बामनवास के द्वारा न्यायालय परिसर बामनवास में यौन उत्पीड़न से स्कूल कॉलेज की बालिकाओं की सुरक्षा व बचाव के तरीके के संबंध में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में तालुका विधिक सेवा समिति बामनवास के अध्यक्ष मनमोहन चंदेल द्वारा बताया गया कि वर्तमान समाज में यौन उत्पीड़न एक गंभीर समस्या बन गई है यौन उत्पीड़न हमारे समाज के विकृत मानसिकता वाले लोगों के द्वारा किए जाने वाला ऐसा काम है जो समाज को दूषित करता है कानूनी रूप के द्वारा किए जाने वाला ऐसा काम है जो समाज को दूषित करता है। कानूनी रूप से यौन उत्पीड़न में कई तरह की गतिविधियों को शामिल किया गया है। यौन उत्पीड़न से बचाव के लिए कई तरह की तैयारियां पहले से ही करनी होती है। जैसे आसपास के सुरक्षित स्थानों के बारे में जाने जहां की रहते हैं या नौकरी करते हैं या स्कूलों वह कॉलेजों में पढ़ाई करते हैं साथ ही आसपास की ऐसी संस्थाओं के बारे में भी पता होना चाहिए जो कि यौन उत्पीड़ित लोगों की सहायता करती हो कुछ खास मोबाइल नंबरों की जानकारी भी होनी चाहिए। जिससे कि समय पर सूचना दी जा सके साथ ही यात्रा पर जाने से पहले किसी नजदीकी रिश्तेदार भाई बहन दोस्तों को बताना चाहिए यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाएं राष्ट्रीय महिला आयोग से मदद ले सकती है। इसके अलावा बच्चों के यौन संरक्षण के लिए भी सरकार द्वारा कई तरीके की नीतियां चलाई जा रही है। सरकारी संस्थाओं के अलावा कई निजी व गैर सरकारी संस्थाएं भी यौन उत्पीड़न से पीड़ित की सहायता के लिए कार्य कर रहे हैं यह संस्थाएं न सिर्फ लोगों को उत्पीड़न के लिएदोषी व्यक्तियों को सजा दिलवाने में सहायता करती है। बल्कि कई जागरूकता कार्यक्रम भी संचालित करती है।
इस अवसर पर न्यायालय में उपस्थित पक्ष कारान के अलावा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद शर्मा के अलावा योगेश कुमार शर्मा लक्ष्मीकांत शर्मा बनवारी लाल बंजारा राम सिंह मीणा मनोज शर्मा अशोक दीक्षित विनोद जोशी शहाबुद्दीन शाह लालू शर्मा सहित बार एसोसिएशन बामनवास के अधिवक्ता गण मौजूद रहे।