नवजातों में जन्मजात बीमारियों की पहचान करने के लिए दिया प्रशिछण

नवजातों में जन्मजात बीमारियों की पहचान करने के लिए दिया प्रषिक्षण
सवाई माधोपुर 13 फरवरी। जिले के डिलीवरी पाॅइंट पर जन्म लेने वाले बच्चों में जन्म के समय ही बीमारियों की पहचान कर समय पर उनको उपचार उपलब्ध करवाया जा सके। जन्म के समय बीमारी से ग्रसित बच्चों की पहचान समय पर व सही रूप से हो सके इसके लिए जिले भर के डिलीवरी पाॅइंट के स्टाफ को एक दिवसीय प्रषिक्षण दिया गया। प्रषिक्षण डाॅ सुनील षर्मा ने प्रषिक्षण दिया।
उन्होंने सभी को बताया कि जन्म के तुरंत बाद ही बच्चों में किस किस प्रकार की बीमारियां हो सकती है व उन्हें कैसे पहचाना जा सकता है। आरबीएसके कार्यक्रम के तहत बच्चों में चार प्रकार की डेफीषिएंषी की पहचान की जानी है जिसमें बच्चों में 38 प्रकार की बीमारियां पाई जाती है। उन्होंने बताया कि कुछ लक्षणों का पहचान कर यह पता लगाया जा सकता है कि बच्चा रोग से ग्रसित है या नहीं। उनहोंने डाउन सिंड्रोम, क्लब फुट, क्लेफ्ट लिप, क्लेफ्ट पैलेट, मोतियाबिंद सहित सभी बीमारियों की पहचान करने के लक्षणों की जानकारी दी। बच्चों की बीमारी की पहचान होने पर उन्हें किस प्रकार इलाज हेतु रैफर किया जाता है।
बच्चों में जन्म के बाद जितनी जल्दी बीमारी की पहचान की जा सकेगी उतनी ही जल्दी बच्चे का इलाज षुरू किया जा सकता है। इससे बच्चे के जीवन को बचाना उतना ही आसान होता है।