नाटक हवालात की श्रुति नाट्य प्रस्तुति – टोंक

नाटक हवालात की श्रुति नाट्य प्रस्तुति
टोंक 29 मई। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन टोंक के इंटर्स समूह व कम्युनिटी थिएटर टोंक के कलाकारों द्वारा सर्वेश्वल दयाल सक्सेना कृत नाटक हवालात को श्रुति नाट्य प्रस्तुति के रूप में प्रस्तुत किया गया।
नाटक हवालात रोजगार और व्यवस्था पर लगे फंगस को श्रोताओं के सामने प्रश्न के रूप में रखता हैं। जिसका जवाब आमजन की तलाश है और तलाशते हुए वो कभी कभी भटकता भी जा रहा हैं। इस भटकाव पर बातचीत होना बेहद जरूरी जान पड़ता हैं। नाटक हवालात इस चर्चा का एक माध्यम बनाता है और जिसमे श्रोताओं के साथ सकारात्मक चर्चा सार्थक करता है इस प्रयास को। नाटक हवालात जिसके पात्रों की स्थिति कुछ ऐसे है कि आज भी उन्हें बाजारों में देखा जा सकता है। महामारी के इस दौर में सुविधाओं का अभाव इस बात को और भी पुख्ता करती है कि राजनीति मात्र स्वार्थ सिद्ध करने में लगी है और इसी कारण देश का ये हश्र हो रहा है, और देश का आमजन लॉक डाउन में रोजी रोटी के लिए सड़क पर दिखाई दे जाता हैं सब्जी और फल का ठेला लिए। नाटक में लड़का एक का किरदार मोहित वैष्णव, लकड़ा दो रवि चावला, लड़का तीन अमन तसेरा एवं पुलिसवाला चितरंजन नामा ने भावपूर्ण अभिनय किया और फिरोज आलम, गंगेश्वर तिवारी, दीपक कुमार ने संगीत संयोजन किया। साथ ही दर्शक समन्वयक रिया बंसल द्वारा किया। प्रस्तुति के दौरान सौ से अधिक श्रोता जुड़े और अपने सुझाव रखें। सहयोग में समूह साथी रामरतन गुगलिया, राजकुमार रजक, नीलेश तसेरा, गर्वित गिदवानी, आफताब नूर, आशीष धाप, उर्मिश, मेहविश, अनुभव विजय, राहुल जांगिड़, सब्बीर मल्लिक सहयोगी रहे।