उदयपुर – प्रदेश में लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की ओर से चलाए जा रहे अभियान के बाद भी घूसखोर अधिकारी रिश्वत लेने से बाज नही आ रहे हैं। मंगलवार को उदयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने डूंगरपुर में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक सहित तीन लोगों को 1 लाख 60 हजार रूपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथो गिरफ्तार किया हैं। एसीबी उदयपुर रेंज के डीआईजी राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपर विजन में कार्यवाही को अंजमा दिया गया।
एसीबी के उपाधीक्षक हेरम्भ जोशी ने बताया कि परिवादी अभिषेक रावल पिता स्व. दिनेश रावल निवासी शास्त्री कॉलोनी डूंगरपुर ने कार्यालय में उपस्थित होकर शिकायत दर्ज करवाई कि डूंगरपुर जिले के पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. उपेन्द्र सिंह ने डॉ. जावेद खान के मार्फत एक लाख 60 हजार रूपए की रिश्वत मांगी हैं। उन्होंने बताया कि उनकी फर्म को 59 यूनिट गोट सप्लाई करना था। इसमें प्रति यूनिट में पांच बकरी और एक बकरा शामिल हैं। फर्म को प्रति यूनिट के 52 हजार रूपए भुगतान किए जाने थे। परिवादी ने इसमें से 20 यूनिट सप्लाई कर दिया। इसके बाद पशु धन विकास के उप निदेशक डॉ. उपेन्द्र सिंह जिनके पास पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक का अतिरिक्त चार्ज भी हैं। इन्होंने डॉ जावेद खान के मार्फत रिश्वत मांगी। शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाया तो शिकायत सही पाई गई। इस पर मंगलवार को एसीबी की टीम ने कार्रवाई को अंजाम देते हुए डॉ. उपेन्द्र सिंह, डॉ. जावेद खान और अनिल भगोरा नाम के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। एसीबी की टीम अग्रिम कार्रवाई में जुटी हुई है।