Rail News: कोटा रेल मंडल के डीआरएम मनीष तिवारी ने गुरुवार को कोटा-भरतपुर रेलखंड का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अमृत भारत योजना के तहत चल रहे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
गंगापुर स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान डीआरएम तिवारी काम में देरी और लापरवाही देखकर बेहद नाराज हुए। स्टेशन परिसर में जगह-जगह लटकते हुए बिजली के तारों को देखकर उन्होंने कड़े शब्दों में कहा, "तुम्हें एक बार में समझ में नहीं आती है क्या? ये बिजली के तार क्यों झूल रहे हैं?" उन्होंने तुरंत बिजली के तारों को भूमिगत करने के निर्देश दिए।
काम में देरी पर ठेकेदारों और अधिकारियों को फटकार
केवल बिजली के तार ही नहीं, बल्कि स्टेशन पर अन्य निर्माण कार्यों में भी देरी को देखकर डीआरएम ने ठेकेदारों और संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि बार-बार चेतावनी के बाद भी काम में देरी हो रही है, जो कि बेहद गंभीर मामला है।
अन्य स्टेशनों का भी किया निरीक्षण
गंगापुर के अलावा डीआरएम ने सवाई माधोपुर, श्री महावीरजी, हिंडौन सिटी, बयाना और भरतपुर स्टेशनों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सभी स्टेशनों पर चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
क्या है अमृत भारत योजना?
अमृत भारत योजना के तहत देश के कई रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इस योजना के तहत स्टेशनों पर यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
डीआरएम की नाराजगी की वजह
डीआरएम मनीष तिवारी की नाराजगी की मुख्य वजह काम में देरी और लापरवाही है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि उन्हें समय पर काम पूरा करने में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी।
यात्रियों के लिए क्या है फायदा?
अमृत भारत योजना के तहत होने वाले विकास कार्यों से यात्रियों को बेहतर यात्रा का अनुभव मिलेगा। स्टेशनों पर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होने से यात्रा और अधिक सुखद होगी।
निष्कर्ष:
डीआरएम मनीष तिवारी की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि वे रेलवे के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे। उम्मीद है कि उनके निर्देशों के बाद स्टेशनों पर चल रहे विकास कार्य तेजी से पूरे होंगे और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
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