कोटा: हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कोटा स्टेशन रंगपुर रोड आदिवासी मीणा समाज उत्थान समिति ने इस मामले की जांच सीबीआई या उच्चतम न्यायालय से कराने की मांग की है।
 
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन
 
इस संबंध में, समिति ने मंगलवार को कोटा जिला कलेक्टर पीयूष समारिया को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में समिति ने कई महत्वपूर्ण माँगे रखी हैं:
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सुसाइड नोट में उल्लेखित 15 दोषी अधिकारियों को एससी-एसटी एक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तार किया जाए। 
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मृतक अधिकारी के परिजनों को 1 करोड़ रुपये का मुआवज़ा और एक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए। 
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पूरे देश में जातिगत उत्पीड़न के मामलों के लिए विशेष न्यायालय का गठन किया जाए। 
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लखनऊ, मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में हुई इसी तरह की घटनाओं की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। 
 
प्रभावी कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी
 
समिति ने चेतावनी दी है कि यदि मामले में शीघ्र और प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई, तो देशभर के अनुसूचित जाति एवं जनजाति संगठनों के साथ मिलकर एक व्यापक आंदोलन शुरू किया जाएगा।
ज्ञापन देने वालों में समिति के अध्यक्ष पीडी मीणा और सचिव रामनिवास मीणा सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे।
 
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