कोटा।मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिज़र्व (MHTR) से बाहर निकली आदमखोर कनकटी बाघिन (MT-8) को गुरुवार को वन विभाग की टीम ने सफलतापूर्वक पकड़ लिया। इसके बाद बाघिन को वापस मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिज़र्व के एंक्लोजर (बाड़े) में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया गया।
बाघिन के बाड़े में वापस आने के साथ ही दरा घाटी में रेलवे ट्रैक से बाघिन का खतरा भी समाप्त हो गया है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार और बुधवार को कनकटी बाघिन की रेलवे ट्रैक के आसपास मौजूदगी के कारण बाघिन और रेल कर्मचारियों, दोनों को खतरा था। इस खतरे को देखते हुए यहां ट्रेनों की रफ्तार कम कर दी गई थी। बाघिन के सुरक्षित रूप से वापस बाड़े में पहुंचने के बाद अब इस रूट पर ट्रेनों का संचालन सामान्य कर दिया गया है।
बाघिन को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने पहले रेलवे ट्रैक के पास पाड़ा (चारा) भी बांधा था, लेकिन कनकटी इस झांसे में नहीं आई। आखिरकार, वन विभाग की कई टीमों ने रेडियो कॉलर के जरिए बाघिन को ट्रैक किया और बाद में उसे ट्रेंकुलाइज (बेहोश) किया। बेहोश करने के बाद उसे वाहन से ले जाकर वापस एंक्लोजर में छोड़ा गया।
कनकटी बाघिन के आदमखोर होने के कारण इससे खतरा अधिक था। यह रणथंभौर टाइगर रिजर्व में दो लोगों को मार चुकी है। इसी वजह से कुछ महीने पहले कनकटी को मुकुंदरा में शिफ्ट किया गया था। लेकिन 9 दिसंबर को यह एंक्लोजर से बाहर आ गई थी, जिसके बाद से वन विभाग की कई टीमें इसे वापस बाड़े में भेजने के लिए लगातार जुटी हुई थीं।
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