कोटा। वेस्ट-सेंट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन की वर्किंग कमेटी की बैठक सोमवार को गंगापुर सिटी में संपन्न हुई, जिसमें रेलवे कर्मचारियों की विभिन्न मांगों पर गहन चर्चा की गई। यूनियन ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए सिलसिलेवार आंदोलनों की घोषणा की है, जिसकी शुरुआत 1 अगस्त को कोटा में रोष मार्च के साथ होगी।
बैठक में पुरानी पेंशन योजना की बहाली, रनिंग स्टाफ के माइलेज रेट में बढ़ोतरी, रेलवे के निजीकरण और निगमीकरण का विरोध, तथा वर्कशॉप में ठेका प्रथा को बंद करने जैसी प्रमुख मांगों पर विचार-विमर्श किया गया। यूनियन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने समय रहते इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो उनका आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।
आंदोलन की रणनीति के तहत, 1 अगस्त को कोटा में रोष मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद, 5 सितंबर को सामूहिक उपवास, 1 अक्टूबर को 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) अभियान और अंत में 25 नवंबर को दिल्ली में एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा।
इस बैठक में ऑल इंडिया गार्ड काउंसिल के सचिव भामेंश कुमार मीणा ने भी शिरकत की और आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।
इंडियन रेलवे एम्प्लॉइज फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर सिंह मीणा की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में वर्किंग कमेटी के जोनल सहायक महामंत्री श्रीनिवास मीणा, जोनल वर्किंग कमेटी सदस्य मलखान मीणा, मंडल अध्यक्ष करतार सिंह चौधरी, कारखाना शाखा अध्यक्ष लोकेश कुमार मीणा और मंडल संगठन सचिव धन सिंह मीणा सहित सभी पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।
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