जयपुर: स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने प्रतिबंधित दवाइयों की तस्करी के एक बड़े मामले में चार साल से फरार चल रहे इनामी बदमाश को नेपाल से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी सुशील करनानी (42), निवासी हिमतसर, नोखा (बीकानेर) हाल तिरुपति टॉउन, करधनी (जयपुर) एनडीपीएस एक्ट के तीन अलग-अलग मामलों में वांछित था।
एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) वीके सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुशील करनानी पुलिस थाना अलवर गेट और थाना रामगंज (अजमेर) में दर्ज एनडीपीएस एक्ट के मामलों में पिछले चार वर्षों से फरार था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसओजी के उप महानिरीक्षक परिस देशमुख के सुपरविजन में एक विशेष टीम का गठन किया गया था।
एसओजी टीम ने सुशील को पकड़ने के लिए गाजियाबाद, दिल्ली और अन्य संभावित ठिकानों पर कई बार दबिश दी। जांच के दौरान पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी तिनसुकिया, जोरहाट (असम) और दीमापुर (नागालैंड) में छिपकर रह रहा है।
पुलिस के पहुंचने की भनक लगते ही सुशील नेपाल भाग गया। इस पर एसओजी की टीम उसका पीछा करते हुए काठमांडू, नेपाल पहुंची और वहां कई स्थानों पर छापेमारी की। लगातार ठिकाने बदलने के बावजूद, पुलिस टीम ने आखिरकार उसे नेपाल बॉर्डर के पास रक्सौल से धर दबोचा। इस पूरे ऑपरेशन में कांस्टेबल हुकम सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पूछताछ में सामने आया कि सुशील करनानी ने बायोमैक्सटार फार्मास्युटिकल्स (दीमापुर, नागालैंड) के नाम से एक फर्जी फर्म बना रखी थी। इसके जरिए वह हिमालया मेडिटेक प्रा. लि. (देहरादून) नामक फर्म से नशीली और प्रतिबंधित दवाइयां जैसे ट्रामाडोल टेबलेट्स व कैप्सूल और अल्प्राजोलम टेबलेट्स व कैप्सूल खरीदकर अजमेर के अलवर गेट और रामगंज स्थित गोदामों से जयपुर व अजमेर की विभिन्न फर्मों को अवैध रूप से सप्लाई करता था। एसओजी अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।
#एसओजी #गिरफ्तारी #नेपाल #ड्रग्स #तस्करी #एनडीपीएस #राजस्थान #असम #नागालैंड #प्रतिबंधितदवाइयां
No comments yet. Be the first to comment!
Please Login to comment.
© G News Portal. All Rights Reserved.