सवाई माधोपुर, 30 जुलाई 2025: जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और जल स्रोतों में आए उफान के बीच, बुधवार सुबह राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 16 नागरिकों की जान बचाई। एसडीआरएफ कमांडेंट राजेंद्र सिंह सिसोदिया के निर्देशन में दो अलग-अलग टीमों ने चम्बल नदी और लटिया नाले के तेज बहाव में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। ग्रामीणों के साथ 40 मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम पूरी तरह सक्रिय है।
चम्बल नदी में फसे ग्रामीणों का रेस्क्यू: सुबह 5:10 बजे पुलिस कंट्रोल रूम से मिली सूचना पर एसडीआरएफ की भरतपुर सी कंपनी, जो खंडार थाना क्षेत्र में तैनात थी (टीम सी-7), को मईकलां गांव में चम्बल नदी के तेज बहाव में फंसे ग्रामीणों को बचाने के लिए रवाना किया गया। हेडकांस्टेबल अशोक कुमार के नेतृत्व में 10 जवानों की टीम आपदा राहत उपकरणों और मोटर बोट के साथ तुरंत मौके पर पहुंची। कोटा बैराज के गेट खुलने के कारण चम्बल नदी उफान पर थी और गांव में पानी भर गया था। रेस्क्यू टीम ने तत्परता दिखाते हुए 3 पुरुष, 2 महिलाएं और 4 बच्चों सहित कुल 9 नागरिकों को लाइफ जैकेट पहनाकर नाव से सुरक्षित निकाला और ऊंचाई वाले स्थानों पर पहुंचाया। इसके साथ ही, ग्रामीणों के 40 मवेशियों को भी पानी के तेज बहाव से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
लटिया नाले से 7 नागरिकों का सफल रेस्क्यू: इसी प्रकार, सवाई माधोपुर शहर के समीप लटिया नाले के तेज बहाव में फंसे 7 नागरिकों को भी एसडीआरएफ की सी-08 टीम ने बचाया। रिजर्व पुलिस लाइन सवाई माधोपुर में तैनात इस टीम को सुबह 5 बजे सूचना मिली और वे 5:50 बजे तक मौके पर पहुंच गए। टीम का नेतृत्व हेडकांस्टेबल धारा सिंह कर रहे थे। लटिया नाले के मिर्जा मोहल्ला और अंसारी मोहल्ला क्षेत्रों में 3 से 4 फीट तक पानी भर गया था, जिससे कुछ मकान जलमग्न हो गए थे। रेस्क्यू टीम ने रस्सियों और लाइफ बॉय की मदद से बाढ़ग्रस्त मकानों तक पहुंच बनाई और सभी 7 नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला।
बचाए गए नागरिकों की सूची: लटिया नाले के बहाव क्षेत्र से सुरक्षित रेस्क्यू किए गए नागरिकों में समसादी पत्नी साबू खान, नसरीन पत्नी साबिर खान, रबीना पत्नी राशिद, मुस्कान पत्नी मुशरान खान, रिजवाना पत्नी कदीर, साबिर पुत्र साबू खान, अनाया पुत्री राशिद खान (सभी निवासी मिर्जा मोहल्ला, शहर सवाई माधोपुर) शामिल हैं।
प्रशासन की सराहना और आगामी तैयारियां: एसडीआरएफ के दोनों रेस्क्यू अभियानों में टीमों ने जोखिमपूर्ण परिस्थितियों में तेजी और साहस का परिचय देते हुए बहुमूल्य जानें बचाईं। जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ की इस त्वरित एवं साहसिक कार्रवाई की सराहना की है। जिला कलेक्टर काना राम ने बताया कि आपदा प्रबंधन की टीमों को 24 घंटे सतर्क रखा गया है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए समुचित संसाधन और जनशक्ति तैयार है। उन्होंने आमजन से सतर्क रहने और संकट के समय प्रशासन से तुरंत संपर्क करने की अपील की है।
जिले में हुए अन्य रेस्क्यू ऑपरेशन: जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने शहर सवाई माधोपुर में राजबाग की पुलिया क्षतिग्रस्त होने पर 30 व्यक्तियों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। वहीं, घरों में पानी भरने पर हम्माल मोहल्ले से 15 व्यक्तियों और मिर्जा मोहल्ले से 1 गर्भवती महिला का भी रेस्क्यू किया गया। इसी प्रकार, ग्राम गम्भीरा में लोकेश मीणा के परिवार के 10 व्यक्तियों और 8 पशुओं को, खंडार की ग्राम मेई कलां में 20 व्यक्तियों और 40 बकरियों को, तथा खंडार की ग्राम ईटावदा गोठबिहारी में 10 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
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