कोटा। कोटा रेलवे मंडल ने अपने रनिंग स्टाफ (गाइड और ड्राइवर) के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बुधवार को कोटा गार्ड-ड्राइवर लॉबी में नशामुक्ति और तनाव प्रबंधन पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।
सेमिनार के मुख्य वक्ता, मनोचिकित्सक डॉ. दीपक गुप्ता ने रनिंग स्टाफ को संबोधित करते हुए कहा कि स्वस्थ जीवन और तनावमुक्त रहने के लिए अपनी समस्याओं को दूसरों के साथ साझा करना बेहद जरूरी है। उन्होंने सलाह दी कि:
मोबाइल का उपयोग सीमित करें।
नियमित व्यायाम करें।
अपने व्यक्तिगत शौक (hobbies) को जिंदा रखें, क्योंकि ये तनाव दूर करने में मदद करते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (कर्षण परिचालन) कृतेश मीना ने बताया कि मंडल प्रशासन लोको पायलटों और गार्डों की बेहतरी के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य और कार्य-जीवन संतुलन को सुधारने के लिए हर संभव सहयोग किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुपर्णा सेन रॉय के नेतृत्व में आयोजित इस सेमिनार में वरिष्ठ मंडल चिकित्साधिकारी डॉ. मनीषा शर्मा और मंडल विद्युत अभियंता विवेक खरे भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि तनावमुक्त कार्यसंस्कृति कर्मचारियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करती है और इससे रेलवे का संचालन भी अधिक सुरक्षित होता है।
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