कोटा। रेलवे में अवैध वेंडिंग पर अंकुश लगाने के लिए वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (सीनियर डीसीएम) सौरभ जैन ने गुरुवार को सख्त रुख अपनाया। उन्होंने श्री गंगानगर-झालावाड़ सिटी एक्सप्रेस (22998) ट्रेन में एक विशेष टिकट जांच अभियान चलाया।
इस अभियान के दौरान, डीसीएम जैन ने एक अवैध वेंडर को रंगे हाथों पकड़ा। वेंडर से नियमानुसार जुर्माना वसूलने के बाद उसे छोड़ा गया।
यह चौंकाने वाली बात है कि अवैध वेंडिंग का यह सिलसिला आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी के दौरे के बावजूद जारी है।
दो दिन पहले ही जबलपुर से आरपीएफ डीआईजी रजनीश त्रिपाठी कोटा मंडल के दौरे पर आए थे।
डीआईजी त्रिपाठी ने मंडल में अवैध वेंडर चलने पर जवानों के समक्ष गहरी नाराजगी व्यक्त की थी और कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
लेकिन, डीसीएम जैन की जांच से स्पष्ट होता है कि आरपीएफ डीआईजी के इस दौरे का जमीन पर कोई असर नजर नहीं आ रहा है, और अवैध वेंडर अभी भी ट्रेनों में लगातार सक्रिय हैं।
जांच अभियान के दौरान सिर्फ अवैध वेंडर ही नहीं, बल्कि कई अन्य अनियमितताएं भी पकड़ी गईं:
कुछ यात्री बिना टिकट यात्रा करते पाए गए।
कई एमएसटी (मासिक सीजन टिकट) अप-डाउनर्स स्लीपर कोच (Sleeper Coach) में सफर करते मिले, जबकि उन्हें जनरल कोच में सफर करना होता है।
सीनियर डीसीएम ने इन सभी अनियमितताओं पर कार्रवाई करते हुए जुर्माना वसूला।
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